नई दिल्ली
उत्तराखंड के मसूरी में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। गर्लफ्रेंड की इस हरकत को जानकार पुलिस के भी होश उड़ गए। मसूरी के एक होमस्टे में दरोगा के बेटे की हत्या उसी की प्रेमिका ने अपने भाई संग मिलकर की थी। दो साल तक चले प्रेम-प्रसंग के बाद युवक दूसरी जगह शादी की तैयारी कर रहा था। प्रेमिका को यह नागवार गुजरा। उसने अपने भाई को साथ लिया। प्रेमी को मिलने बुलाया। तीनों मसूरी के भट्टा गांव स्थित होमस्टे में रुके। वहां दोनों ने मिलकर चाकू से युवक की गला रेतकर हत्या की और फरार हो गए। डीआईजी दलीप सिंह कुंवर ने मंगलवार को यह खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 10 सितंबर की शाम मसूरी के भट्टा गांव स्थित रोटी चाय होमस्टे के कमरे में कपिल चौधरी पुत्र सत्य सिंह निवासी आदर्शनगर रुड़की का शव मिला था।
कपिल के पिता मेरठ में पुलिस दरोगा हैं। कपिल नौ सितंबर की सुबह युवक और एक युवती के साथ होमस्टे पहुंचा था। जहां उसकी हत्या कर दी। इसके अगले दिन कमरे में सफाई वाली पहुंची तो वह शव देखा। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे जांचे। कपिल के साथ ठहरे युवक और युवती चार बजे होम स्टे से बाहर जाते दिखे। पुलिस ने उनकी कार का नंबर जांचा तो वह कपिल की निकली। फुटेज को कपिल के परिजनों को दिखाया गया। उन्होंने युवती की पहचान अबुलफजल एन्क्लेव सनम विहार शाहीनबाग दिल्ली निवासी कुदरत के रूप में की।
कुदरत ने बाहों में सुलाया और भाई ने चाकू चलाया
कपिल को बेइंतहा प्यार करने वाली दिल्ली के शाहीनबाग की कुदरत उसे पाने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार थी। प्यार में पागल कुदरत ने शादी से पहले ही प्रेमी का नाम अपने हाथ पर गुदवा लिया था। वह उसे पति मानने लगी थी। घरवाले कुछ बोलते तो कहती कि उससे ही शादी करेगी। लेकिन, जब प्रेमी ने बेवफाई की तो इंतकाम भी ऐसा ही तय किया, जिससे रूह कांप जाए।
हत्या के वक्त कुदरत ने कपिल को अपनी बाहों में सुलाया और उसके भाई ने छुरी से उसका गला रेत दिया। दोनों आरोपियों के बयान सुनकर पुलिस भी दंग रह गई। कुदरत ने शुरुआत में अपने घरवालों से कपिल का परिचय सलमान नाम से कराया था। कपिल ने अपने परिजनों को सच ही बताया था। लेकिन, कपिल के परिजन उसके इस रिश्ते से खुश नहीं थे। धीरे-धीरे कुदरत के घर पर भी कपिल की सच्चाई सामने आ गई। बाद में परिजनों ने कपिल चौधरी की शादी दूसरी जगह तय कर दी।
फोन पर दोनों ने कपिल को हरिद्वार बुलाया
पुलिस के अनुसार, आठ सितंबर को कपिल को फोन करके मसूरी घूमने के लिए हरिद्वार बुलाया गया। अब्दुला ने हरिद्वार में ही रेहड़ी से छुरी खरीदी। फिर तीनों आठ सितंबर की रात कपिल की कार से मसूरी निकले। वहां होटल फुल थे तो वापस लौटते हुए भट्टा गांव में नौ सितंबर की सुबह होमस्टे में ठहर गए। उसी रात कुदरत और अब्दुल्ला ने कपिल की हत्या कर फरार हो गए। कपिल की कार हरिद्वार में छोड़कर दोनों भाई-बहन दिल्ली लौट गए।
हत्या के बाद कपिल की कार से भाग निकले
दून पुलिस ने कुदरत और उसके भाई अब्दुल्ला को हरिद्वार से हिरासत में लिया। कुदरत ने बताया कि दो साल पूर्व वह पहली बार कपिल से मिली थी। दोनों एक-दूसरे को प्यार करने लगे। शुरू में कपिल शादी को तैयार था, लेकिन बाद में मुकर गया। वह कहता था कि घरवालों की मर्जी से ही शादी करेगा। वह आठ सितंबर को भाई अब्दुला के साथ दिल्ली से बस के जरिये हरिद्वार पहुंची थी।