बेंगलुरू
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन के बेटे और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने भी पिछले दिनों सनातन धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिपप्णी की थी। इसके बाद डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के साथ में प्रियांक खरगे भी बीजेपी के निशाने पर आ गए।
गुरुवार (7 सितंबर) को मंत्री प्रियांक खरगे ने अपने ऊपर किए जा रहे हमलों का जवाब दिया। उन्होंने कहा, "मेरा बयान किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं था। मैंने कहा था कि जो भी धर्म इंसानों के बीच भेदभाव करता है, वह धर्म नहीं है। मैं संविधान को मानता हूं, मेरा धर्म संविधान है। अगर वे चाहें तो मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज करा सकते हैं या वे मुझे गिरफ्तार करना चाहते हैं, यह उनके ऊपर निर्भर है, मुझे वास्तव में परवाह नहीं है।"