मुंबई
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने रविवार को अपने अध्यक्ष अजित पवार को महाराष्ट्र विधानसभा में पार्टी का नेता चुना है। पार्टी ने 58 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ने के बाद रिकॉर्ड 41 सीटें जीती हैं। पिछले साल जुलाई महीने में अपने चाचा शरद पवार से अलग होने वाले अजित पवार के लिए यह चुनाव किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। चुनाव परिणाम सामने आने के बाद यह बात साफ हो चुकी है कि एनसीपी के ज्यादातर समर्थक अजित पवार के साथ खड़े हैं। अजित पवार ने आज (24 नवंबर) दक्षिण मुंबई में नवनिर्वाचित विधायकों का स्वागत किया और विधानसभा चुनाव में पार्टी के शानदार प्रदर्शन की समीक्षा की।
हर पल महाराष्ट्र की जनता के लिए काम करेगी पार्टी
अजित पवार ने पार्टी की सफलता का श्रेय लाडकी बहीण योजना और मुफ्त बिजली सहित कई कल्याणकारी और विकास योजनाओं को दिया। उन्होंने विधायकों से कहा कि मतदाताओं द्वारा दिए गए भारी जनादेश के कारण महायुति सरकार 100 प्रतिशत स्थिर सरकार होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि उनका ध्यान राज्य भर में संगठन को और मजबूत करने और एनसीपी के लिए राष्ट्रीय दर्जा वापस हासिल करने पर होगा। उन्होंने पार्टी विधायकों से राज्य में राकांपा को मजबूत करने में बड़े पैमाने पर योगदान देने का आह्वान किया।
सीएम पद को लेकर खींचातान
बता दें कि अजित पवार के समर्थक चाहते हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए। हालांकि, शनिवार को देवेंद्र फडणवीस ने दो टूक कहा था कि सीएम पद का चुनाव विधायकों के साथ बैठकर ही की जाएगी। वहीं, एकनाथ शिंदे भी यह बात कहा है कि जरूरी नहीं कि जिस पार्टी के पास सबसे ज्यादा सीटें हैं, उसी पार्टी का नेता सीएम बने।