रांची
बदलते मौसम और पर्यावरण में आ रहे बदलाव के कारण रांची का तापमान तेजी से बढ़ रहा है। यह तापमान पिछले पांच दशकों के दौरान बढ़ा है। हर दशक में अधिकतम तापमान 0.33 डिग्री सेल्सियस की दर से बढ़ रहा है। यह गणना प्रत्येक वर्ष में लिए गए अधिकतम तापमान के औसत पर आधारित है।
गणना के आधार पर राजधानी में पिछले 50 वर्षों के दौरान अधिकतम तापमान में 1.7 डिग्री की औसत वृद्धि हुई है।
तापमान की गणना 1969 के बाद से 2019 तक की है। 1969 में अधिकतम तापमान का औसत 28.7 डिग्री सेल्सियस था, जो 2019 में 30.4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक रांची का तापमान बढ़ रहा है। विभाग के मुताबिक इस अवधि में की गई गणना में न्यूनतम तापमान के औसत में वृद्धि की प्रवृत्ति नही देखी गई।
1991 जनवरी में 1.0 डिग्री ठंडी हो गयी थी रांची राजधानी में हर साल तापमान में वृद्धि हो रही है। मौसम में आ रहे बदलाव के कारण बारिश और अन्य ऋतुओं में भी परिवर्तन के संकेत मिल रहे हैं। इस वजह से 15 मई 2017 को रांची का सर्वोच्च अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह अब तक का सर्वोच्च तापमान है।
जबकि झारखंड गठन से पहले चार जनवरी 1991 में सबसे कम न्यूनतम तापमान 1.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौजूदा समय में रांची का वार्षिक औसत अधिकतम तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस निर्धारत है। पूरे वर्ष में यहां मई महीने में अधिकतम तापमान का सर्वाधिक औसत 36.9 डिग्री और जनवरी में सबसे कम न्यूनतम तापमान का औसत 9.4 डिग्री है।
प्रकृति से छेड़छाड़ करने की वजह से बढ़ रहा तापमान
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रांची के प्राकृतिक स्वरूप को बदला जा रहा है। यह शहर हरियाली, जल, जंगल, झरनों के लिए जाना जाता था। बड़े पैमाने पर शहरीकरण, औद्योगिक विस्तार, खनन और आबादी बढ़ने से यहां जल, जंगल का भारी नुकसान हुआ है। इसके स्वरूप में भारी बदलाव आया है।
हरियाली की जगह रांची कंक्रीट के शहर में तब्दील हो गयी है। कंक्रीट का यह जंगल और फैल रहा है। सड़कों पर बेतहाशा वाहनों का प्रदूषण पर्यावरण को हर दिन नुकसान पहुंचा रहा है। विभिन्न ऋतुओं के दौरान इसका असर दिख रहा है। कहीं अतिवर्षा तो कहीं अल्पवर्षा हो रही है।
ग्रीष्मकालीन राजधानी कही जाती थी रांची
एक जमाने में गर्म मौसम के दिनों में रांची को तत्कालीन बिहार का ग्रीष्मकालीन राजधानी कहा जाता था। रांची के मौसम की तुलना एक समय हिमाचल प्रदेश के शिमला से की जाती थी। यहां गर्मी के दिनों में बारिश होती थी। कम दिनों के लिए गर्मी होती थी। लेकिन अब स्थिति में तेजी से बदलाव हो रहा है। गर्म मौसम का सीजन लंबा हो रहा है। राजधानी समेत अन्य भागों के तापमान में परिवर्तन जलवायु परिवर्तन की वजह से हो रहा है।