मुंबई
15 अगस्त को अक्षय कुमार ने ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्हें भारत की नागरिकता मिल गई है। इसके पहले उनके पास कैनेडियन नागरिकता थी। अक्षय के अलावा भी आलिया और नोरा, जैसे कई सेलेब्स हैं, जो विदेशी नागरिकता के साथ फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं। इसी पर हमने फेडरेशन आफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) के अध्यक्ष अशोक दुबे से बात की।
उन्होंने बताया कि इंडस्ट्री में काम कर रहे विदेशी क्रू मेंबर्स में लगभग 90% के पास फिल्म वीजा नहीं है और उनमें सबसे ज्यादा रशिया के लोग हैं। FWICE के अध्यक्ष अशोक दुबे ने बताया- कुछ कॉपोर्रेट ग्रुप हैं, जो विदेशी क्रू मेंबर्स से जुड़े हैं। बड़े-बड़े प्रोडक्शन के साथ भी उनका टाईअप होता है। अपनी जरूरत के हिसाब से प्रोडक्शन हाउस कॉपोर्रेट ग्रुप को अप्रोच करते हैं। फिर कॉपोर्रेट ग्रुप विदेशी क्रू मेंबर्स उन तक पहुंचाते हैं। इंडस्ट्री में काम कर रहे विदेशियों की बात करें तो इसमें फिल्म वीजा पर आने वाले लोगों की संख्या बेहद ही कम हैं। 10-15% लोग ही फिल्म वीजा पर काम करते हैं। इंडस्ट्री में टूरिस्ट वीजा और बिजनेस वीजा वाले लोग अधिक हैं। कैमरा हेंडल करने वाले, मेकअप आर्टिस्ट जैसे लोग इस लिस्ट में शामिल हैं।
अधिकतर लोगों की कोई पहचान नहीं है। प्रोड्यूसर्स को भी इस बात की जानकारी नहीं होती है कि उनकी टीम में गैर कानूनी ढंग से लोग काम कर रहे हैं। जो लोग फिल्म या वर्किंग वीजा पर आते हैं, उन्हें संबंधित एसोसिएशन से कार्ड मिल जाता है। जैसे डांसर्स को डांस एसोसिएशन से कार्ड मिलता है। जिनका वीजा नहीं होता वो सोर्स के माध्यम से इंडस्ट्री से जुड़े रहते हैं। गैर-कानूनी को लोग काम दिलाने के पीछे कई बड़े नेताओं का भी हाथ होता है। अधिकतर विदेशियों को यूके, रूस और उज्बेकिस्तान जैसे देशों से काम पर रखा जा रहा है। सबसे ज्यादा लोग रूस से हैं। बॉलीवुड में जूनियर एक्टर, मेकअप आर्टिस्ट, हेयर स्टाइलिस्ट, डांसर, एक्शन डायरेक्टर, स्टंट मैन, कॉस्ट्यूम डिजाइनर, आर्ट डायरेक्टर और तकनीशियन के रूप में बड़ी संख्या में विदेशियों को काम पर रखा जा रहा है। अशोक दुबे ने आगे बताया कि हमने कई बार पुलिस में अवैध रूप से काम करने वाले विदेशियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है लेकिन उन्होंने हमारी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। कार्यवाही भी ढंग से नहीं हुई। विदेशियों का काम करना यहां के नागरिकों के लिए खतरनाक हैं। दूसरी बात ये भी है कि इनके कारण यहां के लोगों को काम मिलने में परेशानी होती है। जिस तरह से पाकिस्तानी एक्टर्स और क्रू मेंबर्स को इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में काम करने की अनुमति नहीं है, उसी तरह बाकी देशों के विदेशी क्रू को यहां बड़ी तादाद में काम नहीं दिया जाना चाहिए।