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सात्विक-चिराग क्वार्टरफाइनल में पहुंचे, प्रणय भी आगे बढ़े

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कोपनहेगन
 सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय जोड़ी ने बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में गुरुवार को इंडोनेशिया के लियो रोली कार्नांडो और डैनियल मार्टिन को हराकर पुरुष युगल क्वार्टरफाइनल का टिकट कटा लिया, जबकि पुरुष एकल शटलर एचएस प्रणय ने भी अपने प्री-क्वार्टरफाइनल में जीत दर्ज की।

प्री-क्वार्टरफाइनल मैच का पहला गेम जीतने के बाद सात्विक-चिराग की जोड़ी थोड़ा लड़खड़ाई, लेकिन अंततः वे अपने इंडोनेशियाई प्रतिद्वंदियों को 61 मिनट में 21-15, 19-21, 21-9 से हराने में कामयाब रहे। यह कार्नांडो और मार्टिन के खिलाफ सात्विक-चिराग की दो मुकाबलों में दूसरी जीत है। अगले चरण में शीर्ष भारतीय युगल का सामना डेनमार्क के किम एस्ट्रप/एंडर्स रासमुसेन या मलेशिया के ओंग यू सिन/तियो ई यी से होगा।

दूसरी ओर, प्रणय ने एक घंटे नौ मिनट में सिंगापुर के लोह कीन यू को 21-18, 15-21, 21-19 से मात देकर क्वार्टरफाइनल में कदम रखा, जहां उनका सामना डेनमार्क के गत विश्व चैंपियन विक्टर एक्सलसन या ताइवान के चोउ तिएन चेन से होगा।
यह कीन यू के विरुद्ध प्रणय का चौथा मुकाबला था। पिछले तीन में से दो मुकाबले जीत चुके भारतीय शटलर ने आत्मविश्वास के साथ मुकाबले की शुरुआत की और लंबी रस्साकशी के बाद पहला गेम 21-18 से जीत लिया। दूसरे गेम में हालांकि सिंगापुर के कीन यू ने लगातार स्मैश खेलकर प्रणय पर दबाव बनाया। इस आक्रामकता में कीन यू ने कुछ गलतियां भी कीं लेकिन वह दूसरा गेम 21-15 से जीतने में सफल रहे।

तीसरे गेम में विश्व नंबर सात प्रणय ने भी आक्रामकता बढ़ाकर ब्रेक तक आसानी के साथ 11-4 की विशाल बढ़त ले ली। हार के नज़दीक खड़े कीन यू ने ब्रेक के बाद ज़ोरदार वापसी की और लगातार हमले करते हुए स्कोर 11-10 पर लगभग बराबर कर दिया। देखते ही देखते कीन यू 16-15 से आगे हो गये। प्रणय ने इस समय धैर्य दिखाया और अपने सिंगापुरी प्रतिद्वंदी की अप्रत्याशित गलतियों का लाभ भी लिया। दोनों खिलाड़ी 19-19 पर बराबर थे जब प्रणय ने लगातार दो अंक अर्जित कर मुकाबला जीत लिया।
इससे पूर्व, पुरुष युगल प्री-क्वार्टरफाइनल में चिराग ने जहां डिफेंस में धैर्य दिखाया, वहीं सात्विक ने कोर्ट में पीछे रहकर ज़ोरदार प्रहार किये। ब्रेक तक 11-8 की बढ़त बनाने के बाद भारतीय जोड़ी तेज़ी से आगे बढ़ी और अपने इंडोनेशियाई प्रतिद्वंदियों की वापसी की कोशिशों को नाकाम करते हुए 15-10 से आगे रही।

कार्नांडो-मार्टिन ने गेम के अंतिम हिस्से में वापसी की कोशिश की लेकिन सात्विक-चिराग इस समय तक 21-15 के साथ पहला गेम जीतने में सफल रहे। दूसरे गेम में ब्रेक तक 11-10 की क्षीण बढ़त बनाने वाले सात्विक-चिराग लयविहीन हुए, जिसका फायदा उठाकर कार्नांडो-मार्टिनने जल्द ही 14-11 से आगे हो गये। भारतीय जोड़ी स्कोर 19-19 की बराबरी पर ले आयी लेकिन इंडोनेशियाई युगल ने लगातार दो अंक अर्जित करते हुए मैच को निर्णायक गेम में पहुंचा दिया।

तीसरे गेम में हालांकि कार्नांडो-मार्टिन अपने भारतीय विरोधियों के आक्रामक अवतार की बराबरी नहीं कर सके। सात्विक-चिराग ने ब्रेक तक 11-6 की बढ़त बनायी और ब्रेक के बाद विपक्षियों को मात्र तीन अंक देते हुए 21-9 से निर्णायक गेम जीत लिया।
इस बीच, त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद की भारतीय महिला युगल जोड़ी को प्री-क्वार्टरफाइनल में चीन की चेन क्यू सी और जिया यी फान से सीधे गेमों में हार का सामना करना पड़ा। यह जिया-चेन के विरुद्ध त्रिशा-गायत्री का दूसरा मुकाबला था और चीनी युगल ने 21-14, 21-9 की जीत हासिल करने में सिर्फ 42 मिनट का समय लिया।