लखनऊ
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा शनिवार को बहुप्रतीक्षित कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की घोषणा से यूपी के कांग्रेसियों को मायूसी हाथ लगी है। पार्टी में सबसे ज्यादा ताकतवार मानी जाने वाली इस कमेटी में गांधी परिवार के तीन सदस्यों के अलावा यूपी जैसे बड़े राज्य से तीन नेताओं को जगह मिली है।
पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के अलावा राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा इस कमेटी में शामिल हैं। आमतौर पर इन तीनों को यूपी से ही माना जाता है। सोनिया गांधी रायबरेली से सांसद हैं तो राहुल गांधी अमेठी से सांसद रहे हैं। प्रियंका गांधी वैसे तो दिल्ली से एआईसीसी की सदस्य हैं, लेकिन वह भी खुद को यूपी के मुरादाबाद से जोड़ती हैं।
ये तीनों लोग पहले भी इस कमेटी में थे। इन तीनों के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद 39 सदस्यीय सीडब्ल्यूसी में शामिल किए गए हैं। वह निवर्तमान कमेटी में नहीं थे। राज्यों के प्रभारी के तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला और विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में सुप्रिया श्रीनेत को भी सीडब्ल्यूसी में शामिल किया गया है। सलमान खुर्शीद फर्रुखाबाद, राजीव शुक्ला कानपुर और सुप्रिया श्रीनेत मूल रूप से महराजगंज जिले की हैं।
कांग्रेस नेताओं का कहना हैं कि पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में उप नेता प्रमोद तिवारी को इस बार सीडब्ल्यूसी में जगह नहीं मिली है। इसी तरह पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को भी इस बार सीडब्ल्यूसी में शामिल नहीं किया गया है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि मोटे तौर पर देखा जाए तो 80 लोकसभा सीटों वाले प्रदेश से सिर्फ तीन ही नेताओं को जगह दी गई है।