जयपुर। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि इस देश में सशस्त्र बलों और सैनिकों को हमेशा राजनीति से अलग रखा गया है। 70 साल में पहली बार उनका राजनीतिकरण किया जा रहा है। योगी जी कहते हैं, ये मोदी की सेना है। इस बात के लिये योगी पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा।उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मोदी की सेना वाले बयान पर कहा कि योगी पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए। गहलोत ने जयपुर में कहा कि हमारे देश में 70 साल में सैनिक और सेनाओं को राजनीति से अलग रखा गया। पहली बार सेना का राजनीतिकरण करने का प्रयास किया जा रहा है। योगी जी बोल रहे हैं यह मोदी सेना है, राष्ट्रद्रोह का मुकदमा तो योगी जी पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सरकार के विरोध में यदि कोई आवाज उठाता है या कोई व्यक्ति आलोचना करता है तो वह राष्ट्रद्रोही कहलाता है, राष्ट्रद्रोही वह है जो मुख्यमंत्री होते हुए भी बोलते हैं की मोदी सेना है, आप कहां ले जाना चाहते हो देश को। जिस दिन पाकिस्तान की तरह यहां सैनिकों का हस्तक्षेप होने लग जायेगा क्या होगा देश के अंदर। उन्होंने कहा कि हमारे यहां की सेना इन बातों को कभी सोचती ही नहीं है। सेना कहती हैं कि हमारा काम देश की रक्षा करना है हम अपना फर्ज अदा करते हैं, राजनीति अपनी जगह अपना काम करें। उन्होंने कहा कि हाल ही में कुछ पूर्व सैन्य अधिकारियों ने सेना के राजनीतिकरण के बारे में राष्ट्रपति को क्यों लिखा। यह जो घटनाएं देश के अंदर हो रही हैं देशवासियों को उन को गंभीरता से लेना चाहिए। मोदी को चुनाव में मुद्दों पर बात करनी चाहिए। पांच साल के वादे और उपलब्धियों के बारे में जनता को बताना चाहिए। आप अपनी बात कहो। कांग्रेस अपनी बात कहेगी। गहलोत ने कहा कि हमारी दुश्मनी ना मोदी जी से है, ना अमित शाह, ना भाजपा ना आरएसएस से है, लोकतंत्र में लड़ाई विचारों की होती हैए अपने-अपने विचार होते हैं, नीतियां होती हैं। जनता के लिए निर्धारित किये कार्यक्रमों के आधार पर चुनाव लड़ना चाहिए। जनता फैसला करेगी सत्ता किसको सौंपनी है। गहलोत ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि मोदी ने कालाधन वापस लाने, बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने और महंगाई कम करने के मुद्दे पर असत्य बोलकर देशवासियों को गुमराह किया है। देश की जनता अब समझ गई है कि किस प्रकार से एक के बाद एक झूठ और जुमले बोले गये लेकिन अब उनका पदार्फाश हो गया है।