मणिपुर
हिंसा और दो महिलाओं के साथ दरिंदगी के मामले के बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री ए बीरेन सिंह को हटाए जाने की मांग जोर पकड़ रही थी। हालांकि, अब खबर है कि सरकार इस तरह का कोई कदम उठाने पर विचार नहीं कर रही है और सिंह मुख्यमंत्री बने रहेंगे। सियासी हलकों के अलावा सोशल मीडिया पर भी सिंह को हटाए जाने की मांग की जा रही थी। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया, 'मुख्यमंत्री को बदलने की कोई चर्चा नहीं है। इसके बजाए प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि कानून और व्यवस्था नियंत्रण में रहे।' उन्होंने कहा, 'मणिपुर में स्थिति नियंत्रण में है। केंद्रीय गृहमंत्री ने सुबह कुकी समूहों से बात की है। साथ ही उन्हें जल्दी कार्रवाई का भरोसा दिया है…। केंद्र लगातार राज्य के साथ संपर्क में है।'
अब तक क्या हुई कार्रवाई
पुलिस ने अब तक एक मुख्य आरोपी सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी का नाम हुईरम हीरोदास बताया जा रहा है। बुधवार को राज्य का एक वीडियो वायरल हुआ था, जहां दो कुकी महिलाओं को नग्न अवस्था में परेड के लिए मजबूर किया गया था। इतना ही नहीं वीडियो में नजर आ रहा था कि साथ चल रही भीड़ लगातार महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें कर रही थी। परेड के बाद एक महिला को कथित तौर पर खेत में ले जाया गया, जहां उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। कहा जा रहा है कि पीड़िताओं ने इस घटना का जिम्मेदार पुलिस को भी बताया है।
क्या था मामला
मामला राज्य के कांगपोक्पी जिले का बताया जा रहा है, जहां मई की शुरुआत में हिंसा के दौरान भीड़ ने एक गांव पर हमला कर दिया था। हमले में भीड़ ने कई घरों को आग के हवाले कर दिया था। उस दौरान बचकर जंगल की तरफ करीब 5 लोग (दो पुरुष, तीन महिलाएं) भाग गए थे, जिन्हें बाद में पुलिस ने बचा लिया था, लेकिन वे दोबारा भीड़ के चंगुल में फंस गए। खबर है कि भीड़ ने दोनों पुरुषों को एक-एक कर मारा और तीनों महिलाओं को कपड़ने उतारने पर मजबूर कर दिया। वीडियो 4 मई का बताया जा रहा है।
सरकार का एक्शन
इंफाल में मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम सिंह ने इसे मानवता के खिलाफ अपराध बताया था। उन्होंने कहा था, 'हम आरोपियों को सजा-ए-मौत दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे।' साथ ही उन्होंने बताया था कि वीडियो सामने आते ही दोषियों की धरपकड़ शुरू हो गई है। सीएम के बयान के बाद पुलिस हरकत में आई और चार लोगों को गिरफ्तार किया। इधर, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी मामले को बढ़ता देख सीएम सिंह से बात की थी। मॉनसून सत्र के पहले ही दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने का भरोसा दिलाया था। उन्होंने कहा था कि इस घटना से वह काफी दुखी हैं। दोपहर तक सुप्रीम कोर्ट भी हरकत में आया मामले पर स्वत: संज्ञान लिया। अदालत में इस घटना को लेकर 28 जुलाई को सुनवाई होने जा रही है।