भोपाल
देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की मीडिया और सोशल मीडिया को और आक्रमक करने को लेकर टीम लीडर्स को राष्टÑीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने टिप्स दिए। इन टिप्स के बाद भोपाल में तय हुई आरटीआई प्रकोष्ठ की पत्रकार वार्ता को अचानक निरस्त कर दिया गया।
इस पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के इस प्रकोष्ठ ने भ्रष्टाचार से संबंधित जानकारी जुटाई थी। प्रदेश मीडिया विभाग को लीड कर रहे पीयूष बबेले और अभय तिवारी इस बैठक में प्रदेश की ओर से शामिल हुए। यह बैठक करीब ढाई घंटे तक चली। एमपी के अलावा राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम राज्य के भी मीडिया टीम के प्रमुख इस बैठक में मौजूद थे।
मध्य प्रदेश की ओर से प्रजेंटेशन दिया गया, जिसमें पिछले 6 महीनों में किस तरह से प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग ने सरकार को घेरा और उस पर हमले किए इसकी जानकारी दी। इसमें प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जेपी अग्रवाल के अलावा जयराम रमेश भी मौजूद थे।
मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार होने के चलते यहां को लेकर एआईसीसी के नेताओं का ज्यादा फोकस था। बैठक में जहां मीडिया विभाग को सोशल मीडिया विभाग के साथ तालमेल कर काम करने को कहा गया है। वहीं दोनों ही विभाग हर बड़े मुद्दों को तत्काल एआईसीसी के मीडिया विभाग को अवगत कराएंगे। इधर जीतू पटवारी के कारण निरस्त हुई आरटीआई प्रकोष्ट की पीसी इधर प्रदेश कांग्रेस की ओर से यह सूचना जारी हुई थी कि आज दोपहर 12 बजे आरटीआई प्रकोष्ठ की ओर से पत्रकार वार्ता की जा रही है।
इस पत्रकार वार्ता में मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा और प्रकोष्ठों के प्रभारी जेपी धनोपिया भी साथ रहेंगे। बताया जाता है कि यह पत्रकार वार्ता आरटीआई से निकाले गए दस्तावेजों के आधार पर सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने को लेकर होने वाली थी। अब इस पत्रकार वार्ता की जगह पर प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी की पत्रकार वार्ता रखी गई है। हालांकि पीसीसी में एक ही दिन में दो पत्रकार वार्ताएं होती रहती है।