नई दिल्ली
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद कांग्रेस की नजर अब तेलंगाना और आंध्र प्रदेश पर है। पार्टी दोनों प्रदेशों में अपनी खोई हुई जमीन हासिल करने की कोशिश में जुटी है। इसके तहत पार्टी तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में संगठन को मजबूत करने के साथ नए चेहरों पर दांव लगाने की तैयारी कर रही है।
कांग्रेस के लिए तेलंगाना के मुकाबले आंध्र प्रदेश बड़ी चुनौती है। आंध्र प्रदेश में पार्टी के पास कोई चेहरा नहीं है। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को सिर्फ एक फीसदी वोट मिले थे। जबकि तेलंगाना में 2018 के चुनाव में कांग्रेस को 28 प्रतिशत वोट मिला था। इसलिए पार्टी को आंध्र प्रदेश में नए नेताओं और चेहरे की तलाश है। पार्टी की नजर संयुक्त आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के परिवार पर है। उनकी बेटी और वाईएसआरटीपी की संस्थापक शर्मिला रेड्डी ने पिछले दिनों कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार से मुलाकात की थी। पार्टी के एक नेता ने कहा कि शर्मिला लगातार कांग्रेस के संपर्क में हैं। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी और राहुल गांधी स्व.वाईएस राजशेखर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के लिए 8 जुलाई को कडप्पा जा सकते हैं। इस श्रद्धांजलि सभा में पार्टी राजशेखर रेड्डी की पत्नी विजयम्मा और बेटी वाईएस शर्मिला को भी न्योता भेज सकती है। इसके बाद पार्टी शर्मिला को आंध्र प्रदेश संगठन की जिम्मेदारी सौंप सकती है।
शर्मिला सक्रिय
वाईएस शर्मिला की पार्टी वाईएसआरटीपी तेलंगाना में सक्रिय है, पर आंध्र प्रदेश से उनका गहरा जुड़ाव रहा है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और अपने भाई जगनमोहन रेड्डी से अलग होकर शर्मिला ने 2021 में अपनी पार्टी बनाई थी। भाई-बहन में झगड़े के बाद मां विजयम्मा ने भी वाईएसआर कांग्रेस के मानद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। आंध्र प्रदेश कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के खिलाफ लोगों में नाराजगी है। ऐसे में पार्टी खुद को विकल्प के तौर पर पेश कर सकती है। पर पार्टी के पास कोई बड़ा चेहरा नहीं है। वाईएस शर्मिला पार्टी में आती हैं, तो इससे कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ेगा और पूरे प्रदेश के लोग शर्मिला को नेता के तौर पर पहचानते हैं। पर पार्टी को वाईएस शर्मिला के बारे में अंतिम फैसला करना अभी बाकी है।
तेलंगाना को लेकर बैठक
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को तेलंगाना कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में चुनाव की तैयारियों और रणनीति पर चर्चा हुई। राहुल गांधी दो जुलाई को तेलंगाना चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगे। पार्टी मुख्यालय में हुई बैठक में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी माणिकराव ठाकरे और प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी सहित प्रदेश कांग्रेस कई नेता मौजूद थे। तेलंगाना में इस साल के अंत में चार राज्यों के साथ विधानसभा चुनाव होने हैं।