सीहोर.
बड़ी मुंगावली में एक ढाई वर्षीय बच्ची खेत में घर के पास खेलते समय खुले पड़े गहरे बोरवेल में गिर गई। घटना मंगलवार दोपहर की है। सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला सहित रेस्क्यू दल घटनास्थल पर पहुंच गया। बच्ची को बचाने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।
एडीएम ब्रजेश सक्सेना और एसपी मयंक अवस्थी समेत प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया है। चार थाना प्रभारी समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर पर मौजूद है। दो जेबीसी के अलावा पोकलेन मशीन भी खोदाई के लिए बुलवा ली गई है। बोलवेल में पाइप के जरिए आक्सीजन पहुंचाई जा रही है। गड्डे में कैमरे भी लगाए जा रहे हैं।एंबुलेंस व चिकित्सकीय दल भी मौके पर मौजूद है।
बच्ची को पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है। वहीं उसकी हलचल पर कैमरे से नजर रखी जा रही है। मौके पर एसपी मयंक अवस्थी मौजूद है। एसडीईआरएफ की टीम ने भी मोर्चा संभाल लिया है। एंबुलेंस और मेडिकल टीम भी वहां मौजूद है। मुख्यमंत्री चौहान ने सीहोर में बच्ची के बोरवेल में गिरने की घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि बच्ची को निकालने के समुचित प्रयास करें। मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी सीहोर जिला प्रशासन से संपर्क में है।
जानकारी के अनुसार सृष्टि पिता राहुल कुशवाहा उम्र ढाई वर्ष खेत पर बने अपने मकान के पास खेल रही थी, जो पड़ोसी गोपाल पिता नन्नू लाल के 3 माह पहले खुदवाए गए बोर में गिर गई। घटना मंगलवार दोपहर 2:45 बजे की बताई जा रही है। बच्ची के बोरवेल मे गिरने की खबर फैलते ही गांव में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने के बाद जिला मुख्यालय से प्रशासनिक अमले सहित एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई। बताया जा रहा है कि सृष्टि करीब 200 फीट नीचे फंसी हुई है।
मां कंडे थोप रही थी, बच्ची खेलते-खेलते बोरवेल में जा गिरी
इस घटना के बाद बच्ची की मां रानी का बुरा हाल है। वह बार-बार गड्डे की ओर देखते हुए बेटी की सलामती के लिए दुआ कर रही है। बच्ची की मां ने बताया कि वह खेत पर बने घर में कंडे बना रही थी। वहां से चालीस-पचास फीट की दूरी पर ही बोरवेल खुला पड़ा था। उसकी बच्ची कब खेलते-खेलते जाकर बोरवेल में गिर गई, उसे पता ही नहीं चला। जब बच्ची आसपास नहीं दिखी तो रानी ने खोजबीन शुरू की। तब जाकर उसे घटना के बारे में पता चला।