लखनऊ
लखनऊ में ठाकुरगंज में बाइक सवार बदमाशों ने पति संग जा रही महिला का पर्स लूट लिया। बदमाशों के कारण बेटे को गोद में लेकर बैठी महिला बाइक से गिरते-गिरते बची। सरेराह हुई वारदात की सूचना दम्पति ने सतखंडा पुलिस चौकी पर दी। चौकी इंचार्ज ने लूट का मुकदमा दर्ज करने के बजाए पर्स गिरने की ऑनलाइन एफआईआर कराने की सलाह देकर दम्पति को लौटा दिया। दरोगा की बात मानते हुए दम्पति ने ऑनलाइन मुकदमा भी लिखा दिया। जिसके दम्पति को परिचितों ने बताया कि लूट की घटना में ऑनलाइन एफआईआर नहीं होती। ठाकुरगंज कोतवाली पहुंच कर दम्पति ने सोमवार को दोबारा से तहरीर दी। जिसके बाद मुकदमा दर्ज किया गया।
चौकी के पास छीनी गई पर्स
कैसरबाग काकोरी कोठी निवासी आशिक अली फेरी विक्रेता हैं। शुक्रवार शाम को पत्नी चांदनी और बेटे अहद संग वह घंटाघर पार्क गए थे। रात करीब 7.30 बजे आशिक अली परिवार संग परिचित से मिलने के लिए खदरा जाने लगे। पार्क से चंद कदम दूर पहुंचते ही बाइक सवार तीन बदमाश पीछा करने लगे। जिन्होंने बेटे को गोद में लेकर बैठी चांदनी से पर्स छीनने का प्रयास किया। महिला ने पर्स बचाने के लिए हैण्डल पकड़ लिया। जिस पर बदमाश पर्स अपनी तरफ खींचने लगा। छीनाझपट्टी में महिला अंतुलित होकर बेटे संग गिरने से किसी तरह बच गई। वहीं, बाइक सवार बदमाश बंधा रोड की तरफ भाग निकले। आशिक अली के मुताबिक घटनास्थल से चंद कदम दूर सतखंड पुलिस चौकी है। पार्क में भी कई पुलिस कर्मी मौजूद रहते हैं। जिन्हें आशिक अली ने वारदात की सूचना दी। सिपाहियों ने आशिक अली को सतखंडा चौकी जाने के लिए कहा। वहां पहुंचने पर दरोगा ने दम्पति से कहा कि आप पर्स गिरने की ऑनाइन एफआईआर करा दिजिए। चांदनी के मुताबिक अगर चौकी इंचार्ज ने तत्काल कार्रवाई करते तो लुटेरों को पकड़ सकते थे।
तीन दिन बाद संदिग्धों की कराई परेड
चांदनी ने बताया कि सोमवार को इंस्पेक्टर ठाकुरगंज विकास राव से मुलाकात होने पर उन्होंने मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। फुटेज के आधार पर तीन संदिग्धों को चिह्नित किया गया। महिला को भी शिनाख्त के लिए बुलाया गया। चांदनी के अनुसार रात का वक्त होने की वजह से वह बदमाशों का चेहरा नहीं देख सकी थीं।