भोपाल
प्रदेश के जिन जिलों और स्थानों पर अधिक रोजगार मिलने की संभावनाएं है और जहां पर औद्योगिक क्षेत्र है ऐसे क्षेत्रों में महिला बाल विकास विभाग वसति गृह शुरु करेगा। जर्जर भवनों में चल रहे वसति गृहों का जीर्णोद्धार भी किया जाएगा। विभाग ने सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग से इस पर रिपोर्ट बुलावाई है। जिलों के अधिकारी अपने क्षेत्रों में वसति गृह शुरु करने के लिए प्रस्ताव महिला एवं बाल विकास संचालनालय को भेजेंगे।
विभाग के आडिट में यह बात भी सामने आई है कि कई स्थानों पर वसति गृह तो है परंतु या तो अत्यंत जर्जर अवस्था में है या शासन द्वारा उन्हें अन्य विभागों को आवंटित कर दिया गया है। ऐसे समस्त भवनों की एकजाई रिपोर्ट तैयार कर संचालनालय ने मंगाई है। सभी जिले भूमि आवंटन की कार्यवाही इसके लिए प्राथमिकता के आधार पर कराए। जिन जिलों में कोई समस्या है तो अन्य विभागों से आपसी समन्वय कर कार्य करावे। भवन निर्धारित मापदंड के अनुसार बनाने की कार्यवाही करने के लिए कहा गया है।
जहां भवन नहीं है वहां किराये के भवन में वसति गृह संचालन के लिए कहा गया है। संचालनालय को इसकी पूरी जानकारी भी उपलब्ध कराना है। यदि कोई स्वयंसेवी संस्था वसति गृह चलाने की इच्छुक हो तो उनका भी सहयोग लिया जा सकता है।
वन स्टॉप सेंटर के टेलीफोन मिले बंद
महिलाओं को एक ही स्थान पर सारी जानकारियां उपलब्ध कराने, उनकी समस्याओं को हल करने के लिए शुरु किए गए वन स्टॉप सेंटर पर टेलीफोन चौबीस घंटे चालू रहना चाहिए लेकिन जांच के दौरान यह पाया गया है कि कई स्थानों पर टेलीफोन बंद रहते है। इस पर आयुक्त ने नाराजगी जाहिर की है और गूगल एप पर फोन की जानकारी अपडेट करने को कहा है।