भोपाल
अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय में लेटलतीफी का यह आलम है कि 2022-23 बीत गया है, जिसकी परीक्षाएं कराना तो दूर अभी तक उनके एग्जाम फॉर्म नहीं खोले गए। वहीं, सत्र 2021-22 का अभी मूल्यांकन कार्य चल रहा है। इससे प्रदेश के 220 अध्ययन केंद्रों में उथल-पुथल की स्थिति बनी हुई है।
हिंदी विश्वविद्यालय में अफसरों के पास कोई ज्यादा वर्कलोड नहीं होने के बाद भी समय पर विद्यार्थियों की परीक्षाएं पूर्ण नहीं करा सके हैं। हिंदी विवि के समूचे प्रदेश में करीब 220 अध्ययन केंद्र बने हुए हैं। इसमें हजारों की संख्या में विद्यार्थी प्रवेशरत हैं। इसके बाद भी अध्ययन केंद्र, आईटी प्रभारी भरत बाथम एक साल बाद परीक्षाएं नहीं कराना तो दूर वे अभी तक एग्जाम फार्म तक नहीं खोल सके हैं। विवि ने अभी तक सत्र 2022-23 की थ्यौरी परीक्षाओं का कोई कार्यक्रम तक तैयार नहीं किया है। जबकि सत्र 2021-22 की परीक्षाएं गत माह ही पूर्ण हो सकी हैं। उनका मूल्यांकन कार्य भी कछुआ की चाल से धीमा चल रहा है।
ऐसी दुर्दशा हिंदी की
विद्यार्थियों का कहना है कि उन्होंने सत्र 2021-22 में हिंदी विवि के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लिए थे। प्रथम सत्र की की परीक्षाएं गत वर्ष हो जाना थी, जो गत माह ली गर्इं। उनका सत्र साल पीछे चला गया है। वर्तमान में सत्र 2022-23 सत्र में प्रवेशरत विद्यार्थियों की परीक्षाएं अभी तक नहीं हुई हैं।
सत्र 2021-22 का रिजल्ट मई के अंतिम सप्ताह तक जारी हो जाएगा। 2022-23 का नामांकन कार्य जारी है। अध्ययन केंद्रों ने समय रहते प्रवेश सूची नहीं भेजी, जिसके कारण अभी तक परीक्षा फार्म नहीं खुल सके हैं। उनकी परीक्षाएं भी जल्द पूर्ण करा ली जाएंगी।
– भरत बाथम, अध्ययन केंद्र और आईटी प्रभारी, अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विवि