प्रयागराज
ट्रेनों के रिजर्वेशन टिकट होने के बाद नाम बदलने के मामले में रेलवे ने कई और छूट जारी की है। बड़े रेलवे स्टेशनों के साथ ही अब छोटे रेलवे स्टेशनों पर यह सुविधा आसानी से मिल जाएगी। रेलवे बोर्ड ने निर्देश दिया है कि 24 घंटे पहले यात्री के संपर्क करने पर नाम बदलने की प्रक्रिया पूरी की जाए। आरक्षित टिकट पर नाम परिवर्तन की प्रक्रिया काफी जटिल थी। काफी वक्त से इसे आसान करने की मांग उठ रही थी ताकि यात्रियों को सुविधा हो सके। अब जिन जगहों पर राजपत्रित अधिकारी नहीं हैं वहां सीआरएस और आरएस भी नाम परिवर्तन करा सकते हैं।
इन अधिकारियों को टेलीफोन के जरिए किसी राजपत्रित अधकारी को अनुमोदन भेजना होगा। इसके अलावा सहायक वाणिज्य प्रबंधक भी इसी श्रेणी में आते हैं। छोटे स्टेशन जैसे नैनी जंक्शन, मिर्जापुर, मानिकपुर, भरवारी, सिराथू आदि से अगर किसी यात्री का कंफर्म रिजर्वेशन है तो उसे अभी तक प्रयागराज या फिर कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन जाकर नाम बदलने की प्रक्रिया करवानी पड़ती थी।
क्यूआर कोड से भुगतान
स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनों में टिकट किराए का क्यूआर (क्विक रिस्पांस) कोड आधारित भुगतान शुरू किया गया है। क्यूआर कोड सुविधा का उपयोग कर यात्रा और प्लेटफार्म टिकट खरीदे जा सकते हैं। इसके अलावा सीजन टिकट का नवीनीकरण भी कराया जा सकता है। साथ ही एटीवीएम में उत्पन्न क्यूआर कोड का उपयोग कर भी स्मार्ट कार्ड को रिचार्ज किया जा सकता है।
स्टेशनों पर टिकट वेंडिंग मशीनें लगीं
कैशलेस लेनदेन और डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित करने के लिए रेलवे स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें बढ़ा रहा है। इससे अनारक्षित टिकट लेने वाले यात्रियों का लंबी लाइनों से छुटकारा मिल जाएगा। उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल ने 27 और स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीनें खरीदी हैं। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शशिभूषण और वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक द्वितीय हिमांशु शुक्ला के निर्देशन में इन नई मशीनों को लगा दिया गया है। अनारक्षित टिकट धारक यात्रियों की सुविधा के लिए 38 लाख की 27 नई एवीटीएम लगाई गई हैं। इससे यात्रा टिकटों की बुकिंग, प्लेटफॉर्म टिकट और सीजन टिकट का नवीनीकरण भी होगा। प्रयागराज छिवकी पर दो मशीनें लगी हैं।