सीतामढ़ी.
सीतामढ़ी जिले के रीगा इलाके के रहने वाले एक ही परिवार के सात लोगों की मौत से पूरे गांव में मातम पसर गया है। सात-सात लाशें जब एक साथ गांव पहुंची तो सभी दंग रह गए। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। सभी की जुबां पर एक ही बात रही कि भगवान ऐसा अनर्थ किसी के साथ न करें। परिजनों को सांत्वना देने के लिए जन प्रतिनिधियों और ग्रामीणों तांता लगा हुआ है। परिजन बजरंगी शर्मा ने अपने पिता भाई व पत्नी को मुखाग्नि दिया। वहीं, चचेरे छोटे भाई रिशु ने अपने पिता के साथ भाई और भतीजे को मुखाग्नि दी।
शव को जलाने के लिए शमशान में देर रात तक तैयारी की गई। परिजन ने तो अपना सुध खो ही दिया है। लोगों को यह भी समझ नहीं आ रहा है कि कौन किसे मुखाग्नि देगा। परिवार में केवल दो लोग ही मुखाग्नि देने के लिए बचे हैं। वहीं इन सात लाशों को कंधा देने के लिए 28 लोगों की जरूरत थी। लेकिन, परिवार के इतने सदस्य भी नहीं हैं। ऐसे में गांव के लोग आगे आए और परिवार के साथ खड़े हुए। ग्रामीणों ने अर्थी को कंधा दिया। सभी शवों का दाह संस्कार रीगा मिल चौक से सटे बखरी गांव के समीप श्मशान में किया गया। इससे पहले यहां रविवार की रात जेसीबी लगाकर ग्रामीणों द्वारा कार्य कराया गया था। ताकि, सभी शवों का एक साथ दाह संस्कार में दिक्कत नहीं हो।