नई दिल्ली
दिल्ली की AQI को ठीक करने के लिए कनॉट प्लेस में लगे स्मॉग टावर को बंद किए जाने को लेकर हंगामा मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस टावर में काम करने वाले कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिली तो उन्होंने इस स्मॉग टावर में ताला जड़ दिया है। कर्मचारियों को सैलरी ना दिए जाने और नौकरी की गारंटी नहीं देने के आरोप अरविंद केजरीवाल सरकार पर लग रहे हैं। लेकिन अब इसपर केजरीवाल सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अपना पक्ष रखा है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'आज सभी शक्तियां कुछ अफसरों को दे दी गई हैं औऱ वो अपनी मर्जी के हिसाब से काम कर रहे हैं। पहले उन्होंने स्मॉग टावर को बंद किया लेकिन जब कोर्ट की तरफ से उन्हें फटकार लगी तो स्मॉग टावर को ऑपरेशनल किया गया। अब मुझे यह नहीं पता कि किन वजहों से इसे बंद कर दिया गया। अफसर मंत्रियों का आदेश नहीं मानते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि उनके खिलाफ कोई ऐक्शन नहीं लिया जाएगा। मुझे लगता है कि यह कुप्रबंधन जानबूझ कर केंद्र सरकर की तरफ से फैलाया जा रहा है।'
दिल्ली की वायु गुणवत्ता को ठीक करने के लिए 23 करोड़ की लागत से स्मॉग टावर बनाया गया था। इसका उद्घाटन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया था। साल 2021 में इसके उद्घाटन के बाद इस टावर का काम VIBGYOR नाम की एक कंसल्टेंसी नाम की एक कंपनी कर रही थी। पिछले साल अप्रैल के महीने में इस टावर का संचालन बंद कर दिया गया था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने जब इसे दोबारा चालू करने का निर्देश दिया इसका संचालन फिर से शुरू किया गया।
दिल्ली में ठंड और कोहरे के बीच अभी प्रदूषण की मार भी जारी है। यह स्मॉग टावर दिल्ली की खराब हवा को नियंत्रण करने में काफी मददगार थी। लेकिन अब यहां के कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें दिसंबर 2023 का वेतन नहीं मिला है और दिल्ली सरकार इस बात की भी गारंटी नहीं दे रही है कि उनकी नौकरी आगे जारी रहेगी या नहीं? स्मॉग टावर को संचालित करने का काम देखने वाले कर्मचारियों का यह भी कहना है कि यहां पीने का पानी और टॉयलेट तक नहीं है।