पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने ईडी अधिकारियों पर हमले के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने आतंकवादियों के साथ उनके कथित संबंधों की जांच करने का निर्देश दिया। बोस ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि टीएमसी नेता ने शायद 'हद पार कर दी'। शेख के आतंकवादियों से कथित संबंध होने की राज्यपाल की टिप्पणियों की सत्तारूढ़ टीएमसी ने रविवार को तीखी आलोचना की। राज भवन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि राज्यपाल ने शिकायत मिलने के बाद पुलिस प्रमुख को दोषी को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
बयान में कहा गया, 'राज भवन के शांति कक्ष में यह शिकायत मिली कि शाहजहां शेख को कुछ पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत के साथ कुछ नेताओं का समर्थन हासिल है। इसके बाद माननीय राज्यपाल ने पुलिस प्रमुख को दोषी को फौरन गिरफ्तार करने और इसके अनुपालन की जानकारी देने का निर्देश दिया।' बोस ने शेख का पता लगाने और उन पर उचित कार्रवाई करने को कहा है। बयान के अनुसार, शिकायत में आरोप लगाया गया है कि शेख ने शायद 'हद पार' कर दी और 'आतंकवादियों के साथ उनके संबंध की तुरंत जांच किए जाने की जरूरत है।'
'बिना सबूत कैसे कर सकते हैं ऐसी टिप्पणियां'
राज्यपाल की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, 'हम नहीं जानते कि उनकी टिप्पणियों का आधार क्या है। संविधान के अनुसार राज्यपाल राज्य सरकार के साथ विचार-विमर्श कर काम करते हैं। फिर वह बिना किसी ठोस रिपोर्ट या सबूत के ऐसी टिप्पणियां कैसे कर सकते हैं? वह यहां समानांतर सरकार चलाने के लिए नहीं आए हैं।' भाजपा की बंगाल इकाई ने भी ईडी अधिकारियों पर भीड़ की ओर से हमला किए जाने की घटना में सीमा पार के तत्वों और रोहिंग्या शरणार्थियों की संलिप्तता के आरोप लगाए हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, 'हम कहते रहे हैं कि शुक्रवार को ईडी अधिकारियों पर हमले में सीमा पार के तत्व और रोहिंग्या शामिल थे। राज्यपाल ने जो कहा है, हम उसका समर्थन करते हैं। अगर शाहजहां को गिरफ्तार किया जाता है तो इससे भ्रष्टाचार और आतंकवाद में शामिल लोगों के बीच एक बड़े गठजोड़ का खुलासा होगा।' पश्चिम बंगाल में ईडी की टीम पर हमले को लेकर राजनीतिक हंगामे के बीच टीमएसी नेता के परिजनों और केंद्रीय जांच एजेंसी ने शनिवार को एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायतें छापेमारी से जुड़ी हैं जिसके दौरान ईडी अधिकारियों पर भीड़ ने हमला किया जिसमें वे घायल हो गए थे।