नई दिल्ली.
मंगोलपुरी रेलवे स्टेशन के पास सोमवार रात लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने दो युवकों पर चाकू से हमला कर दिया। एक युवक बदमाशों की चंगुल से जान बचाकर भाग गया, लेकिन साथी वहीं गिर गया। बदमाशों ने उस पर चाकू से कई वार कर दिए। पुलिस ने घायल युवकों को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया जहां मंजय पासवान (36) की मौत हो गई। पश्चिम विहार वेस्ट थाना पुलिस ने हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस पीड़ित के बताए हुलिए पर बदमाशों की पहचान में जुटी है।
पुलिस के अनुसार, मंजय बहादुरगढ़ में रहकर मंगाेलपुरी औद्योगिक क्षेत्र की जूते चप्पल बनाने की फैक्टरी में काम करता था। सोमवार रात करीब 9 बजे पुलिस को मंगोलपुरी रेलवे स्टेशन के पास युवक को चाकू मारे जाने की जानकारी मिली। मौके पर पुलिस को जितेंद्र मिला। वह भी चाकू लगने से मामूली रूप से घायल था। उसने बताया कि रेलवे ट्रैक के पास मंजय खून से लथपथ पड़ा है। पुलिस ने देखा कि मंजय के शरीर पर चाकू के आधा दर्जन निशान थे। पुलिस ने क्राइम और फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाकर जांच करवाई। टीम ने वहां से साक्ष्य हासिल किए।जितेंद्र ने बताया कि वह मूलत: बिहार के रहने वाले हैं और बहादुरगढ़ में रहते हैं। काम खत्म करने के बाद फैक्टरी से बहादुरगढ़ जाने के लिए दोनों मंगोलपुरी रेलवे स्टेशन आ रहे थे। रेलवे ट्रैक से होकर प्लेटफॉर्म पर आने के दौरान पांच युवक उनसे लूटपाट की कोशिश करने लगे। ट्रैक पर ही उनके और आरोपियों के बीच हाथापाई होने लगी। बदमाशों ने उन पर चाकुओं से हमला किया। जितेंद्र मामूली रूप से घायल हुआ और भागकर अपनी जान बचाई।
दो बेटों का गला रेतकर जान देने का किया प्रयास
भारत नगर की वजीरपुर जेजे काॅलोनी में सोमवार शाम पारिवारिक कलह में इन्वर्टर मैकेनिक ने पांच व दो साल के बेटों के चाकू से गला रेतकर जान देने का प्रयास किया। पुलिस घायलों को पास के अस्पताल में ले गई, जहां डॉक्टरों ने दो साल के बेटे प्रिंस को मृत घोषित कर दिया, जबकि आरोपी राकेश (36) व पांच साल के सार्थक की हालत गंभीर है। पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी को शराब पीने की लत है। इस बात को लेकर उसका पत्नी से अक्सर झगड़ा होता था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ बच्चे की हत्या, हत्या व खुदकुशी के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है। सोमवार रात करीब 7.15 बजे पुलिस को वजीरपुर जे जे कॉलोनी में झगड़े के बीच बच्चों को चाकू मारने और खुदकुशी के प्रयास की सूचना मिली। पुलिस को पहली मंजिल पर कमरे में खून से लथपथ हालत में दो बच्चे और राकेश मिला। तीनों के गले से खून निकल रहा था। पुलिस ने घायलों को दीपचंद बंधु अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां डॉक्टरों ने प्रिंस को मृत घोषित कर दिया। इन्वर्टर मैकेनिक राकेश कुछ दिनों से बेरोजगार था।
उसे शराब पीने की लत थी। सोमवार शाम दंपती के बीच शराब को लेकर झगड़ा हुआ था। इसके बाद राकेश चाकू लेकर पहली मंजिल के कमरे में पहुंच गया। पत्नी नीचे पानी भरने लगी। कमरे में पहुंचने पर पत्नी तीनों को खून से लथपथ देखकर चिल्लाई। शोर सुनकर पड़ोसी वहां पहुंचे और घटना की जानकारी पुलिस को दी।