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भरतपुर से आए चार शूटर गिरफ्तार

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अजमेर.

विधानसभा चुनाव को लेकर राजस्थान पुलिस सक्रिय है। इसका उदाहरण अजमेर में देखने को मिला। शनिवार को पुलिस ने शहर में वारदात की फिराक में भरतपुर से आए चार शूटरों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। अजमेर के कुंदर नगर से 7 पिस्टल और 82 कारतूस के साथ इन शूटरों को गिरफ्तार किया है। ये सभी बदमाश नेता, व्यापारी और हिस्ट्रीशीटर की हत्या करने के लिए यहां आए थे। इस पूरे घटनाक्रम के मास्टर माइंड वरूण चौधरी और आकाश सोनी हैं।

इन्होंने दस लाख रुपये में बदमाशों को सुपारी दी थी। आकाश गिरफ्त में है और वरूण को पुलिस तलाश कर रही है। वहीं, चारों शूटरों से पूछताछ की जा रही है। हालांकि, ये बदमाश किसकी हत्या करने आए थे, पुलिस ने उसके नाम का खुलासा नहीं किया है।
एसपी चुनाराम जाट ने बताया कि शुक्रवार शाम मुखबिर के जरिए कुंदन नगर इलाके में कुछ बदमाशों के रुके होने की सूचना मिली थी। वे हिस्ट्रीशीटर संजय मीणा, व्यापारी और एक राजनेता की रेकी कर हत्या करने की फिराक में थे।

सूचना पर पुलिस टीम गठित की गई। टीम ने कुंदन नगर इलाके की घेराबंदी कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें कपिल कुमार (28) पुत्र रामवीर सिंह जाट, विजय उर्फ विक्की (20) पुत्र ओमप्रकाश शर्मा, सौरभ (20) पुत्र बीरबल जाट और अभिषेक (20) पुत्र महावीर सिंह जाट निवासी भरतपुर शामिल हैं। पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ में सामने आया कि हिस्ट्रीशीटर संजय मीणा के साथियों ने साजिश रचकर धर्मेंद्र चौधरी की हत्या की थी। इस हत्या का बदला लेने के लिए धर्मेंद्र का भतीजा वरूण चौधरी हिस्ट्रीशीटर संजय को मरवाना चाह रहा था। संजय मीणा वर्तमान में विष्णु हिल टाउन अजमेर में रह रहा है। वरुण चौधरी और आकाश सोनी दोनों की उसकी हत्या कराना चाहते थे।
भरतपुर से बुलाए थे शार्प शूटर
घटना को अंजाम देने के लिए भरतपुर से चार शूटर बुलाए थे। अमन दिवाकर और आकाश सोनी ने उन्हें कुंदन नगर में रुकवाया था। ये चारों शहर के एक प्रतिष्ठित व्यापारी, राजनेता और संजय मीणा की रैकी कर रहे थे। मौका मिलते ही ये वारदात को अंजाम देते, लेकिन इससे पहले पुलिस ने इन्हें धर लिया।  
आकाश सोनी की गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा :
आकाश सोनी ने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ फोटो पोस्ट की थी। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर उसे हैदराबाद से गिरफ्तार किया था। आकाश सोनी के द्वारा ही तीनों आरोपियों के साथ मिलकर रेकी की गई थी। एसपी जाट ने बताया कि आकाश सोनी पुलिस को गुमराह करने के लिए तीनों आरोपियों को रेकी करवाने के बाद हैदराबाद चला गया। ताकि अजमेर में वारदात होने पर वह पुलिस से बच सके।  
मास्टरमाइंड वरुण चौधरी फरार
एसपी चुनाराम जाट ने बताया कि इस पूरे मामले में वरुण चौधरी और आकाश सोनी की अहम भूमिका है। इनके द्वारा ही शूटर भेजे गए थे। वरुण चौधरी कई अन्य केस में भी वंचित है। पुलिस उसे जल्द गिरफ्तार कर लेगी।