Home मध्यप्रदेश विद्यालय में अध्ययनरत छात्र को न. पा. बिजुरी ने मृत घोषित कर...

विद्यालय में अध्ययनरत छात्र को न. पा. बिजुरी ने मृत घोषित कर समग्र आई डी किया निष्क्रिय

4

जिला कलेक्टर अनूपपुर से लगाई न्याय की गुहार

अनूपपुर
नगर पालिका बिजुरी क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक 6 निवासी एबुल अंसारी पिता सकुर अंसारी का  उस वक्त पैरों तलो से जमीन खिसक गया जब उन्हें पता चला कि उनके बेटे अली मोहम्मद को नगर पालिका बिजुरी के द्वारा मृत घोषित कर समग्र आईडी निष्क्रिय कर दिया गया है यह बात उन्हें तब पता चली जब एबुल अंसारी के पुत्र अली मोहम्मद के द्वारा कक्षा दसवीं के नामांकन फॉर्म भरने के लिए नगर पालिका द्वारा प्रदान की गई समग्र आईडी को ई केवाईसी करने का प्रयास किया गया तब उसे पता चला कि आपके परिवार का उक्त सदस्य को मृत्यु होने के कारण समग्र आईडी को निष्क्रीय कर दिया गया है।

इस बात का पता चलते ही एबुल अंसारी के द्वारा अपने पुत्र अली मोहम्मद की समग्र आईडी को चालू करने के लिए नगर पालिका बिजुरी में आवेदन दिया परंतु नगर पालिका बिजुरी से समस्या का निराकरण  नहीं हो सका।

विद्यालय प्रबंधन के द्वारा समग्र आईडी की मांग नवज्योति विद्यालय बिजुरी के द्वारा विद्यालय में अध्ययन कर रहे छात्र अली मोहम्मद से समग्र आईडी की मांग की जा रही है विद्यालय प्रबंधन के द्वारा कहा गया कि अगर समग्र आईडी ईकेवाईसी के साथ उपलब्ध नहीं हुआ तो कक्षा दसवीं के लिए नामांकन नहीं हो सकेगा जिसके कारण परीक्षा में बैठने से छात्र वंचित हो जाएगा जिससे विद्यार्थी का पूरा एक वर्ष भी बर्बाद हो जाएगा।

समग्र आईडी इतना सेंसिटिव मामला फिर भी इतनी बड़ी लापरवाही
माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश में नामांकन करने के लिए समग्र आईडी को अनिवार्य किया गया है इसके बावजूद भी समग्र आईडी जैसे गंभीर विभाग के लिए नगरी निकाय मे अप्रशिक्षित एवं बिना डिग्री धारी कंप्यूटरऑपरेटरो को बैठकर काम कराया गया जिसका नतीजा इस तरह के परिणाम निकल कर सामने आ रहे हैं।

आखिर इस लापरवाही का जिम्मेदार किसे माना जाए।
समस्या का निराकरण करने जिला कलेक्टर से लगाई गुहार समस्या का निराकरण न होता देख पिता पुत्र ने जिला कलेक्टर अनूपपुर को आवेदन देकर अपने पुत्र को जीवित घोषित कर समग्र आईडी रिकवर करवाने एवं कक्षा दसवीं के परीक्षा में सम्मिलित कराए जाने की मांग करते हुए दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की है अब देखना है कि जिला कलेक्टर अनूपपुर के द्वारा पीड़ित छात्र को न्याय मिल पाता है या होनहार बालक कक्षा दसवीं की परीक्षा से वंचित हो जाएगा।