पटना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को INDIA गठबंधन का पीएम उम्मीदवार बनाने की मांग तेज हो गई है. नीतीश की पार्टी जदयू के नेता लगातार उन्हें गठबंधन का प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाने की मांग उठा रहे हैं. इसी बीच RJD प्रवक्ता और विधायक भाई वीरेंद्र ने मांग उठाई है कि अगला पीएम बिहार से होना चाहिए. इतना ही नहीं उन्होंने नीतीश कुमार को पीएम उम्मीदवार के तौर पर सबसे योग्य बताया है.
दरअसल, नीतीश कुमार ने विपक्ष को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई है. नीतेश ने अलग अलग राज्यों में जाकर विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर साथ आने की अपील की थी. इसके बाद ही नीतीश की अध्यक्षता में पटना में विपक्ष गठबंधन की पहली बैठक हुई थी. इसके बाद से नीतेश को पीएम उम्मीदवार घोषित करने की मांग उठ रही है.
जदयू के नेता उठाते रहे मांग
नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के तमाम बड़े नेता समय समय पर नीतीश कुमार को पीएम उम्मीदवार के तौर पर सबसे योग्य बता चुके हैं. हाल ही में बिहार विधानसभा के डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने कहा था कि सीएम नीतीश कुमार में पीएम के लिए जरूरी सभी गुण हैं. जब भी भारतीय गठबंधन पीएम उम्मीदवार के लिए नाम की घोषणा करेगा तो वह नीतीश कुमार का ही नाम होगा.' उन्होंने कहा था, प्रधानमंत्री पद के लिए भारत में उनसे ज्यादा योग्य कोई नहीं है.
महेश्वर हजारी ने कहा था, नीतीश कुमार इस देश के सबसे बड़े समाजवादी नेता हैं, खुद पीएम मोदी भी कह चुके हैं कि राम मनोहर लोहिया और जेपी के बाद नीतीश कुमार ही बड़े समाजवादी नेता हैं. नीतीश कुमार 5 बार भारत सरकार में मंत्री रहे हैं और 18 सालों से बिहार के मुख्यमंत्री हैं. उनसे ज्यादा कोई योग्य नहीं है.
जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह भी ये मांग कर चुके हैं. उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि लोग नीतीश कुमार को देश का नेतृत्व करते हुए देखना चाहते हैं. वहीं जेडीयू सरकार में कद्दावर मंत्री लेसी सिंह ने भी कहा था कि नीतीश कुमार में देश का नेतृत्व करने की क्षमता है. बिहार सरकार में मंत्री और जनता दल यूनाइटेड (JDU) नेता जमा खान ने कहा था कि देश की जनता नीतीश को प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहती है.
पीएम पद पर नीतीश का क्या है कहना?
हालांकि नीतीश कुमार कई मौकों पर कह चुके हैं कि वो प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं, वो केवल विपक्ष को एकजुट कर रहे हैं. बता दें कि जेडीयू ऑफिस में सभी प्रकोष्ठ के अध्यक्षों के साथ मीटिंग के बाद नीतीश कुमार पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पहुंचे लेकिन लालू यादव से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई. लालू यादव आवास पर नहीं थे. वहां नीतीश कुमार की तेजस्वी यादव से मुलाकात हुई.