रायपुर। विधानसभा अघ्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति से राज्य में नए उद्योगों की स्थापना के लिए अनुकूल माहौल बन रहा है। इससे रोजगार के नए अवसर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की नई औद्योगिक नीति विभिन्न राज्यों की औद्योगिक नीतियों का गहन अध्ययन कर बनाई गई है। डॉ. महंत शुक्रवार को जिला मुख्यायलय जांजगीर में वाणिज्य एवं उद्योग विभाग द्वारा एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने की। कार्यशाला में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव भी मौजूद थे। डॉ महंत ने आगे कहा कि गत सरकार के कार्यकाल में राज्य में उद्योगों की स्थापना के लिए 237 एम.ओ.यू. हुए थे किंतु उद्योग स्थापित नहीं किए गए। ऐसे उद्योगों की करीब 790 एकड़ जमीन सरकार द्वारा वापस अधिग्रहित कर ली गई हैं। उन्होंने इस रिक्त जमीन को नए उद्योग लगाने आबंटित करने की कार्यवाही करने कहा। उन्होंने जांजगीर में शक्कर कारखाना लगाने की मांग पर कहा कि पहले यहां के किसान गन्ना उत्पादन प्रारंभ करें। उन्होंने कहा कि जिले के कापन औद्योगिक क्षेत्र में 26 प्लांट लगाने भूमि आबंटित की गई है, सभी उद्योगपति इसमें शीघ्र प्लांट लगाने की कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने के.एस.के. प्लांट द्वारा 100 एकड़ के स्थान पर करीब 300 एकड़ जमीन में कब्जा करने पर इसके विरूद्ध कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। डॉ महंत ने चांपा के कोसा, कंचन और कांसा उद्योग को संरक्षित और संवर्धित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जांजगीर जिले के ग्राम सिवनी में केले और अलसी के तने से धागा और कपड़ा तैयार करने की प्रक्रिया का कलेक्टर को अवलोकन करने और इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।