नई दिल्ली। लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की प्रधानमंत्री की घोषणा के साथ ही सिविल एविएशन मंत्रालय ने भी साफ कर दिया है कि घरेलू के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी बंद रहेंगी। एयरलाइन कंपनियों ने भरोसा दिलाया है कि जिन यात्रियों ने 30 अप्रैल तक किसी भी फ्लाइट में टिकट बुक करा रखी थी, उनका पैसा सेफ रहेगा।
सरकार ने क्या फैसला लिया?
देश में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 23 मार्च और घरेलू उड़ानें 25 मार्च से बंद हैं। प्रधानमंत्री के मंगलवार के संबोधन के बाद सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने कहा कि सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें 3 मई की रात 11:59 बजे तक सस्पेंड रहेंगी।
उड़ानें बंद रखने का फैसला क्यों जरूरी?
देश के करीब 20 हवाई अड्डों से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मिलती हैं। इन एयरपोर्ट्स से 55 देशों के 80 शहरों तक पहुंच सकते हैं। जब दुनियाभर में कोरोनावायरस फैला है, तब अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक जारी रखना जरूरी है। फरवरी, 2019 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में एक साल में करीब 32 करोड़ इंटरनेशनल पैसेंजर इन फ्लाइट्स का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, देश में हर महीने औसतन 1.3 करोड़ और सालाना 14 करोड़ यात्री घरेलू उड़ानों में सफर करते हैं। यह भी बड़ी तादाद है, जिसे कोरोना से बचाना जरूरी है।
क्या 3 मई के बाद उड़ानें शुरू हो जाएंगी?
इस पर अभी साफ तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, लॉकडाउन के बाद हम घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक हटाने के बारे में विचार करेंगे। हम समझ रहे हैं कि लोगों को दिक्कतें हो रही हैं। उनसे गुजारिश है कि सहयोग करें।
अगर बुकिंग करा रखी है तो उस पैसे का क्या होगा?
इंडिगो, एयर एशिया, गोएयर, स्पाइसजेट जैसी जिन कंपनियां ने 15 अप्रैल के बाद बुकिंग लेना शुरू कर दिया था, वे अब क्रेडिट शेल के तहत यात्रियों का पैसा फ्यूचर बुकिंग के लिए रख सकती हैं। गोएयर पहले यह आॅफर दे चुकी है। इंडिगो भी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए यह आॅफर दे रही है। इंडिगो ने एक ट्वीट में कहा कि हमारी सभी उड़ानें 3 मई तक सस्पेंड रहेंगी। हम टिकट कैंसल कर रहे हैं। आपके टिकट के पैसे आपके पीएनआर में क्रेडिट शेल के रूप में सेफ रहेंगे। इसका ब्योरा आपको 5 से 7 दिनों में दिया जाएगा। इस क्रेडिट शेल का इस्तेमाल इश्यू डेट से लेकर अगले एक साल तक हो सकेगा। कंपनी की वेबसाइट पर एडिट बुकिंग सेक्शन में जाकर क्रेडिट शेल बैलेंस देखा जा सकता है।
क्रेडिट शेल क्या है?
कंपनियां जब डायरेक्ट रिफंड नहीं देतीं और आपके पैसे को फ्यूचर बुकिंग के लिए सेफ रखती हैं तो उसे क्रेडिट शेल कहा जाता है। क्रेडिट शेल एक तरह का क्रेडिट नोट होता है। इसे कैंसिल किए गए PNR के बदले जारी किया जाता है। लॉकडाउन के मामले में इसे ऐसे समझ सकते हैं कि जिन यात्रियों ने 30 अप्रैल तक किसी भी फ्लाइट में टिकट बुक करा रखी थी, उनका पैसा कंपनी अपने पास सुरक्षित रखेगी। यात्री अपने इस पैसे से अगले एक साल में किसी भी दिन यात्रा के लिए टिकट बुक करा सकेंगे। टिकट कैंसल होते ही कंपनियां बुकिंग का पैसा पैसेंजर के नाम से एक वॉलेट में डाल देंगी। वॉलेट का बैलेंस कोई भी पैसेंजर कंपनी की वेबसाइट पर एडिट बुकिंग आॅप्शन में जाकर देख सकता है। नई बुकिंग करते समय पेमेंट में क्रेडिट शेल आॅप्शन चुनना होता है। तब यह पैसा काम आ जाता है।