मुंबई। रिजर्व बैंक आफ इंडिया (आरबीआई) ने शुक्रवार को रेपो रेट में 0.25फीसदी कटौती का ऐलान किया। रेपो रेट से जुड़े सभी तरह के कर्ज अब सस्ते हो जाएंगे। रेपो रेट वह दर है जिस पर बैंकों को आरबीआई से कर्ज मिलता है। बैंकों को सस्ता कर्ज मिलने से ग्राहकों को भी फायदा होगा। आरबीआई ने पिछले महीने सभी बैंकों को निर्देश दिए थे कि एक अक्टूबर से ब्याज दरों को रेपो रेट जैसे बाहरी बेंचमार्क से जोड़ें। एसबीआई और दूसरे प्रमुख बैंकों ने रेपो रेट को चुना। इसका फायदा ये होगा कि आरबीआई जब भी रेपो रेट घटाएगा ग्राहकों के लिए लोन तुरंत सस्ते होंगे। एमसीएलआर आधारित लोन में ग्राहकों को तुरंत फायदा नहीं मिल रहा था। बल्कि, रीसेट डेट के हिसाब से ईएमआई में बदलाव होता था। बैंक भी रेपो रेट घटने के बाद ब्याज दरें तुरंत घटाने को बाध्य नहीं थे। आरबीआई इस व्यवस्था से संतुष्ट नहीं था। क्योंकि, उसके रेट घटाने का पूरा फायदा ग्राहकों को नहीं मिल रहा था। हालांकि, एसबीआई के पुराने ग्राहकों को रेपो रेट में कटौती का फायदा लेने के लिए लोन शिफ्टिंग के लिए आवेदन करना होगा। बाकी बैंकों की तरफ से स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई। जो भी बैंक लोन की दरों को रेपो रेट से जोड़ चुके हैं उनके नए ग्राहकों को 0.25फीसदी कटौती का फायदा तुरंत मिलेगा।