रायपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को गौरव ग्राम कण्डेल में सभा लेने के उपरांत शाम चार बजे पदयात्रा करते हुए ग्राम गागरा पहुंचे, जहां पर वर्ष 1920 में ग्राम कण्डेल के किसानों द्वारा किए गए नहर सत्याग्रह के स्मृति-वन में पौधारोपण किया। गौरतलब हो कि ग्राम गागरा में गौठान के समीप एवं तालाब के किनारे वन विभाग की पर्यावरण वानिकी योजना के तहत दो हेक्टेयर क्षेत्र में 11 लाख 37 हजार रूपए की लागत से 1500 पौधों का रोपण किया गया, जिसमें विभिन्न प्रकार के फलदार, छायादार एवं आयुर्वेदिक महत्व के आम, जामुन, अमरूद, अर्जुन, हर्रा, बेहड़ा, आंवला के पौधे लगाए गए। इसके उपरांत । ग्राम गागरा निवासी आरक्षक नेताम नगरी के मेचका थानांतर्गत नक्सल मुठभेड़ में 15 मई 2009 को शहीद हो गए थे। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1920 में ब्रिटिश शासन द्वारा कण्डेल के किसानों पर नहर का पानी चोरी करने के झूठे आरोप में भारी-भरकम करारोपण किया गया था, जिसके विरोध में कण्डेल के बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव के नेतृत्व में किसानों ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन किया, जिसे कण्डेल नहर सत्याग्रह के नाम से जाना जाता है। सत्याग्रह में शामिल होने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 21 दिसम्बर 1920 को धमतरी आए थे। उनके आने की खबर मिलते ही ब्रिटिश शासन ने किसानों पर आरोपित कर नि:शर्त माफ कर दिया था। यह कण्डेल के सत्याग्रही किसानों की ऐतिहासिक जीत थी। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर उक्त सत्याग्रह को यादगार बनाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा पदयात्रा सहित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन ग्राम कण्डेल, गागरा व छाती में किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल, आबकारी मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा भी उपस्थित थीं।