बिलासपुर। डॉ. पीडी खैरा का सोमवार को अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे। दिल्ली विश्वविद्यालय के रिटायर्ड प्रोफेसर प्रभुदत्त पिछले 38 सालों से अचानकमार के जंगलों में आदिवासियों को शिक्षित कर रहे थे। उनके निधन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उन्हें त्याग, संकल्प और नि:स्वार्थ सेवा की प्रतिमूर्ति बताया है। गौरतलब है कि 91 साल के प्रोफेसर खेड़ा लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके बीमार होने की खबर सुनने के बाद सीएम भूपेश बघेल 2 जनवरी 2019 को अपोलो अस्पताल पहुंचकर उनका हालचाल जाना था। वहीं विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने भी उनके बेहतर इलाज की मांग की थी।