कर्नाटक। काफी लंबे समय तक चले कर्नाटक के नाटक का अंत हो गया हैं। कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस वाली कुमार स्वामी की सरकार गिर गई हैं। कर्नाटक विधानसभा में विश्वासमत प्रस्ताव एचडी कुमारस्वामी ने पेश किया था। विश्वास मत के पक्ष में 99 वोट पड़े, जबकि विरोध में 105 वोट पड़े, यानी कुमार स्वामी की सरकार 6 मतों से गिर गई है, येदियुरप्पा फिर से मुख्यमंत्री बन सकते हैं। कुमार स्वामी की सरकार गिरने के बाद अब भाजपा में खुशी की लहर हैं। बीजेपी राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है, आज विधायक दल के साथ बीएस येदियुरप्पा सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं, इसी बीच बैंगलुरु में अगले 48 घंटे के लिए धारा 144 लागू हो गया हैं। बता दें कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजे 15 मई को घोषित हुए, तो 222 सीटों (दो सीटों पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था) पर हुए चुनाव में तब तक सत्तारूढ़ रही कांग्रेस को सिर्फ 80 सीटें हासिल हुई थी, जबकि बीजेपी 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई थी, लेकिन बहुमत से दूर थी। उधर जनता दल सेक्युलर (खऊर) को 37 सीटें मिली थी और उन्होंने कांग्रेस के साथ मिलकर गठबंधन बना लिया, जिसके पास अब 117 विधायक थे, जो बहुमत के आंकड़े से ज्यादा थे, लेकिन राज्यपाल वजूभाई वाला ने 16 मई को सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते बीजेपी को सरकार गठन के लिए आमंत्रित किया। 17 मई को बी.एस. येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ले ली, उन्हें बहुमत सिद्ध करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया था, लेकिन येदियुरप्पा ने 19 मई को ही फ्लोर टेस्ट का सामना किए बिना इस्तीफा दे दिया था। 23 मई 2018 को कांग्रेस-जेड़ीएस गठबंधन की सरकार के मुखिया के रूप में एच.डी. कुमारस्वामी ने शपथ ग्रहण की।