Home छत्तीसगढ़ छ.ग. डड़सेना (सिन्हा)कलार समाज के सम्मेलन में शामिल हुए मुख्यमंत्री

छ.ग. डड़सेना (सिन्हा)कलार समाज के सम्मेलन में शामिल हुए मुख्यमंत्री

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बेमेतरा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बेमेतरा जिले के एक दिवसीय प्रवास पर ग्राम बावामोहतरा पहुचें जहा उन्होंने छत्तीसगढ़ डड़सेना (सिन्हा) कलार समाज बेमेतरा खण्ड महासभा आयोजन 2019 में शिरकत किया। मुख्यमंत्री ने नगर पालिका परिषद बेमेतरा में विकास कार्याे के लिए एक करोड़ रूपए एवं जिले के नगर पंचायत- साजा, थानखम्हरिया, परपोड़ी, देवकर, नवागढ़, बेरला एवं मारो में 50-50 लाख रूपए दिये जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने जिले के नागरिकों को सौगात के रूप में 20 करोड़ 4 लाख रूपए के निर्माण कार्याे का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इसके अलावा उन्होंने हितग्राही मूलक योजना के अंतर्गत 2 करोड़ 21 लाख रूपए की सामग्री का वितरण किया। बघेल ने ग्राम बावामोहतरा में डड़सेना समाज के भवन निर्माण के लिए घोषणा की। मिनी स्टेडियम की मांग पर आगामी फरवरी के बजट में शामिल करने का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर प्रदेश के गृह मंत्री एवं लोक निर्माण मत्री ताम्रध्वज साहू, महिला एवं बाल विकास एवं समाज कल्याण मंत्री तथा बेमेतरा जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया, विधायक संजारी-बालोद श्रीमती संगीता सिन्हा, विधायक बेमेतरा आशीष कुमार छाबड़ा, नवागढ़ गुरूदयाल सिंह बंजारे जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू, कांग्रेस नेता अविनाश तिवारी, प्रणीश चैबे, ललित विश्वकर्मा, जे.पी. शर्मा, जावेद खान, सुरेन्द्र तिवारी, टी.आर. जनार्दन, विजय बघेल, प्रज्ञा निणार्णी, जोेगेन्द्र छाबड़ा, रवि रजक, प्रतीक दुबे, प्राजंल तिवारी, रीता पाण्डेय, रश्मि मिश्रा, मलय शर्मा, बहल वर्मा, सुनील नामदेव, राकेश गुम्बर, सै. गुलजार अली, विक्की मिश्रा, निकित राठी, अजय सेन, मिलन चैहान, राम ठाकुर डंडसेना समाज के प्रतिनिधि एवं क्षेत्र के ग्रामीण जन मानस बड़ी संख्या में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री बघेल ने समाज के विकास के लिए शिक्षा के प्रति विशेष रूप से जोर दिया है। उन्होंने नागरिकों से खासकर बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने का भी आव्हान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य गठन के 18 साल बाद पहली बार छत्तीसगढ़ के पारम्परिक तीज-त्यौहार पर अवकाश घोषित किया गया है। इनमें हरेली पर्व, तीजा, एवं माता कर्मा जंयती के अलावा विश्व आदिवासी दिवस ( 9 अगस्त) शामिल है। हम सब लोग तीज-त्यौहार आपस में मिल जुलकर मनाते आ रहे है। बघेल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा विभाग में नियमित शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। राजभाषा छत्तीसगढ़ी के साथ-साथ हलबी, गोड़ी, कुड़ूख, सरगुजिहा बोली में भी पढ़ाई हो इस दिशा में फैसला हुआ है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में कुपोषण दूर करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी- नरवा, गरूवा,घुरूवा अउ बाड़ी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए लोगों से आगे आने का आव्हान किया, इससे पर्यावरण सुधार होगा। ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी एवं नरवा से भूमिगत जल रिचार्ज होगा। आज घुरूवा को आधुनिकीकरण करने की जरूरत है। कम्पोस्ट खाद से कृषि लागत कम होगा और जमीन की उर्वरा शक्ति बनी रहेगी। हमें कम्पोस्ट खाद जैविक खेती की ओर कदम बढ़ाना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सार्वजनिक उपक्रमों में स्थानीय युवाओं को ही भर्ती लिया जाना चाहिए। इस बाबत् उन्होंने स्टील अथॉरिटी आॅफ इडिया लिमिटेड,(सेल) राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एन.एम.डी.सी) राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम, (एन.टी.पी.सी) के अध्यक्षों से भर्ती की कार्यवाही हैदराबाद, नागपुर, भोपाल के बजाए दन्तेवाड़ा, जगदलपुर, रायपुर, एवं दुर्ग में करने की वकालत की। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनके सुझाव पर भर्ती की कार्यवाही छ.ग. प्रदेश में ही की जावेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एन.टी.पी.सी. के अंतर्गत रायगढ़ जिले के ग्राम लारा में स्थापित होने वाले राष्ट्रीय ताप विद्युत गृह में जिन किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई है उन परिवारों को सर्वप्रथम नौकरी दी जानी चाहिए। राज्य सरकार की सैद्वान्तिक सहमति के बाद इस दिशा में भी कार्रवाई शुरू हो गई हैं। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि किसी भी समाज को आगे बढ़ाने के लिए समाज के संगठन को मजबूत करने की आवश्यता है। गुरू ऋण, मातृ पितृ ऋण की भांति भी समाज का ऋण माना गया है। उन्होंने खासकर युवाओं से आव्हान करते हुए कहा कि जब तक समाज आगे नहीं बढ़ेगा तब तक समाज ऋण की भरपाई नही हो सकती अत: समाज के सवार्गींण विकास के लिए हमें आगे आना होगा। छत्तीसगढ़ में मितान बदने की परम्परा चली आ रही है जो तीन पीढ़ी तक कायम रहती है। सामाजिक सम्मेलन के जरिये सामाजिक एकता एवं भाईचारा बना रहे जिससे समाज मजबूत हो, यह अत्यंत जरूरी है।
बेमेतरा जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती भेड़िया ने कहा कि जिले का प्रभार मिलने के बाद पहली बार बेमेतरा जिले में आगमन हुआ है। डड़सेना कलार समाज सम्मेलन में आकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। समाज के सवार्गींण विकास के लिए शिक्षा खासकर बालिका शिक्षा पर विशेष जोर दिए जाने की आवश्यकता हैै। उन्होने कहा कि बेमेतरा जिले के विकास में मै हमेशा तत्पर रहूंगी। विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा ने कहा कि यह हमारे समाज के लिए गौरव की बात है कि सम्मेलन में प्रदेश के मुख्यमंत्री शामिल हो रहे है। उन्होंने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दिया। विधायक आशीष छाबड़ा ने कहा कि भूपेश सरकार किसानों, मजदूरों की चिंता करने वाली सरकार है। प्रदेश सरकार ने कार्यभार सम्भालते ही सर्वप्रथम किसानों का कर्जा माफ किया और 2500 सौ रूपए प्रति क्विंटल की दर से धान का उपार्जन किया। छाबड़ा ने कृषि प्रधान जिले में कृषि आधारित उद्योग प्रारम्भ करने के सम्बंध में मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट किया। इस अवसर पर समाज के प्रांतीय अध्यक्ष दीपक कुमार सिन्हा, संरक्षक भोजराम डड़सेना ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर कलेक्टर महादेव कावरे, पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर, जिला पंचायत सीईओं प्रकाश कुमार सर्वे के अलावा अवनिश राघव, डामन लाल सिन्हा, श्रीमती किरण सिन्हा, प्रेमलाल सिन्हा, गोविन्द सिन्हा, राजेश जायसवाल, भावगवत सिन्हा, कुलेश्वर जायसवाल आदि उपस्थित थे।