सनातन धर्म में भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. किसी भी शुभ या मंगल कार्य की शुरुआत से पहले भगवान श्री गणेश की विधि विधान से पूजा अर्चना करने से वह कार्य सफलतापूर्वक संपन्न होता है. मान्यता है कि भगवान श्री गणेश की विधि विधान से पूजा करने से भक्तों के जीवन से संकट समाप्त हो जाते हैं और विद्या और धन की प्राप्ति होती है.
हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है, यह पर्व 10 दिन तक चलता है, जिसे गणेश उत्सव भी कहते हैं. आज भारत ही नहीं, बल्कि कई देशों में गणेश चतुर्थी के अवसर पर भगवान श्री गणेश की प्रतिमा विधि विधान से पूजा पाठ के बाद स्थापित की जाती है. इसके उपरांत प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है.
जानें शुभ मुहूर्त
भगवान श्री गणेश को भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त है, इसीलिए किसी भी शुभ कार्य से पहले उनकी पूजा करने से कार्य सफल होता है. पुराणों में बताया गया है कि भगवान श्री गणेश भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि अपने घर यानी कैलाश से उतरकर धरती पर विचरण करते हैं. इसीलिए भक्त भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को स्थापित करके उनको अपने घर आने का आवाहन करते हैं.
उन्होंने कहा कि इस साल गणेश चतुर्थी 18 सितंबर 2023 को दोपहर 12:40 से प्रारंभ होगी और 19 सितंबर 2023 को दोपहर 01:44 बजे तक रहेगी. इस शुभ अवसर पर भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को विधि विधान से घर में स्थापित करना चाहिए और अगले 10 दिन तक भगवान श्री गणेश की आराधना करने से भगवान श्री गणेश प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर विशेष कृपा बनाए रखते हैं और उनके जीवन के सभी कष्टों को हर लेते हैं. इसके उपरांत 28 सितंबर 2023 को भगवान श्री गणेश का विधि-विधान से पूजा पाठ के विर्सजित करें.
भगवान श्री गणेश को स्थापित करते समय इन नियमों का करें पालन
1: भगवान श्री गणेश की प्रतिमा लाते समय ध्यान रखें कि भगवान गणेश की सूंड बाईं ओर झुकी होनी चाहिए. ऐसी प्रतिमा स्थापित करने से सुख-समृद्धि के साथ सफलता मिलती है.
2: भगवान श्री गणेश जो प्रतिमा घर में ला रहे हैं तो उस प्रतिमा के हाथ में मोदक और साथ में मूषक जरुर होना चाहिए. क्योंकि भगवान श्री गणेश को मोदक काफी पसंद हैं और मूषक उनका वाहन है. इससे वे खुश हो जाते हैं और मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
3: भगवान श्री गणेश की लाल सिंदूर रंग की प्रतिमा लाने से घर में सुख समृद्धि आती है और सफेद रंग की प्रतिमा लाने से शांति आती है.
4: भगवान श्री गणेश की प्रतिमा स्थापित करते समय मूर्ति का मुंह उत्तर दिशा में होना चाहिए, क्योंकि उत्तर दिशा में भगवान शिव के साथ-साथ माता लक्ष्मी का वास होता है. इसके साथ ही उनका मुंह घर के द्वार की ओर होना चाहिए.