उदयपुर
यहां सिटी रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन पिछले एक महीने से हरी झंडी के इंतजार में खड़ी है। 11 अगस्त को चेन्नई से उदयपुर पहुंची इस ट्रेन का सफल ट्रायल 13 अगस्त को पूरा कर लिया गया था। तब से इसके संचालन को लेकर इंतजार बना हुआ है। ट्रायल के बाद इसके 15 अगस्त से संचालन को लेकर कयास लगाए जा रहे थे, जो पूरे नहीं हो पाए। इसे यहां आए पूरा एक महीना बीत गया लेकिन एक महीने बाद भी इसके संचालन की उम्मीद पूरी नहीं हो पाई। यह ट्रेन 13 अगस्त से शहर के सिटी रेलवे स्टेशन की लाइन नंबर 6 पर खड़ी है। संचालन के अभाव में हर सप्ताह इस ट्रेन को मेंटेनेंस के नाम पर चालू और बंद करता है।
रेलवे को हर दिन 5 लाख का नुकसान
रेलवे ने बताया वंदे भारत ट्रेन में आठ कोच हैं। जिसमें एक साथ 530 यात्री सफर कर सकते हैं। इसके संचालन से उम्मीद जताई जा रही थी कि उदयपुर में पर्यटकों की आवाजाही और बढ़ेगी। किन्तु इसके संचालन के अभाव में उम्मीदें अभी साकार नहीं हो पाई। हालांकि जब रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव पिछले सप्ताह उदयपुर आए तब लोगों ने इस ट्रेन के संचालन को लेकर ज्ञापन भी दिया था।
रेलवे के एक आंकलन के मुताबिक इस ट्रेन के संचालन से पांच से आठ लाख रुपए प्रतिदिन का नुकसान हो रहा है। जानकारों का कहना है कि इसका संभावित किराया 1000 से 1500 के बीच रह सकता है। ऐसे में अगर हर रोज एक फेरे (आने-जाने) में 500 यात्री भी सफर करते हैं और किराया 1000 भी रहता है तो रेलवे की रोज 5 लाख की आय होगी। यानी रेलवे को अब तक डेढ़ करोड़ का नुकसान हो चुका है। लेकिन अगर यह ट्रेन अपनी पूरी क्षमता से यात्री लेकर चली तो आंकड़ा दोगुना यानी तीन करोड़ तक पहुंच जाएगा।
पीएम मोदी दिखाएंगे हरी झंडी
पिछले दिनों जब रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव जब उदयपुर आए तब उन्होंने बताया था कि इस ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरी झंडी दिखाएंगे। संभावना जताई जा रही है कि विधानसभा चुनाव की घोषणा से पूर्व इसकी शुरूआत कर दी जाएगी।
अभी उदयपुर से जयपुर के बीच 8 ट्रेनें
अभी उदयपुर से जयपुर के बीच 8 ट्रेनें चल रही हैं। इनमें से 4 प्रतिदिन चलती हैं। पहली सुबह 6 बजे, जबकि दूसरी 12:25 बजे है। इसी बीच वंदे भारत का प्रस्तावित समय 8 बजकर 10 मिनट है। ऐसे में यात्रियों के लिए ये फायदेमंद होगी। इधर, अजमेर मंडल के डीआरएम राजीव धनकड़ का कहना है कि वंदे भारत और हेरिटेज ट्रेन के शुभारंभ की अभी कोई तारीख तय नहीं हुई है। हम अभी इसकी कार्यप्रणाली पर काम कर रहे हैं।