नईदिल्ली
राजधानी दिल्ली में बारापुला फेज-तीन (Barapullah Phase-3) का काम अब अगले साल तक पूरा हो पाएगा। परियोजना में देरी को लेकर आई जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। यमुनापार (पूर्वी दिल्ली) से दक्षिणी दिल्ली तक आवाजाही आसान बनाने को बारापुला फेज-तीन का काम वर्ष 2014 में शुरू हुआ था। इसे 2017 तक पूरा करना था। मगर यह योजना अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। आखिरी समय-सीमा के हिसाब से इसे मार्च 2023 तक पूरा करना था, लेकिन काम पूरा नहीं हो सका।
पहले परियोजना की लागत 900 करोड़ थी, मगर देरी के चलते इसे बनाने वाली कंपनी ने अब 400 करोड़ रुपये अतिरिक्त मांगें हैं। फिलहाल यह मामला कोर्ट में है।
देरी की तीन वजह
● जमीन अधिग्रहण में देरी की वजह से करीब पांच साल तक यह प्रोजेक्ट अटका रहा
● दिल्ली में प्रदूषण के चलते समय-समय पर निर्माण पर पाबंदियां लगने के कारण भी काम प्रभावित हुआ
● जुलाई में यमुना में आई बाढ़ ने इसका काम रोक दिया। रिपोर्ट में कहा गया है, अब इसका काम अगले साल तक पूरा होगा
द्वारका फ्लाईओवर पर बैरियर लगेंगे
वहीं, दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारका इलाके में मरम्मत के कई काम शुरू करने जा रहा है। इसमें द्वारका-पालम फ्लाईओवर का मरम्मत का कार्य भी शामिल है। दरअसल, ध्वनि को नियंत्रित करने के लिए द्वारका-पालम फ्लाईओवर पर बैरियर लगाए जाएंगे, जिससे आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को ट्रैफिक की आवाजाही की ध्वनि से दिक्कत न हो। इसके साथ ही फ्लाईओवर की दीवारों को ठीक किया जाएगा।
वर्ष 2008 में हुआ था निर्माण : दिल्ली विकास प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2008 में द्वारका-पालम फ्लाईओवर का निर्माण कराया गया था। समय-समय पर डीडीए प्रशासन की ओर से अपने अधीन आने वाली सड़कों, फ्लाईओवर, अंडरपास और अन्य बुनियादी ढांचे की मरम्मत का काम कराया जाता है, ताकि आम लोगों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।