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9/11 की दास्तां: अटेंडेंट को चाकुओं से गोदा, यात्रियों पर पेपर स्प्रे; 5 आतंकियों ने 15 मिनट में दिया था प्लेन हाइजैक को अंजाम

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नई दिल्ली

 आज से 22 साल पहले यानी 11 सितंबर 2001 को दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका की न्यूयॉर्क सिटी में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर पर आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने 110 मंजिला वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर दो अपहृत अमेरिकी विमानों से टक्कर करवाई थी, जिससे अमेरिकी शान की कसीदे पढ़ने वाले यह ट्विन टावर देखते ही देखते ताश के पत्तों की तरह बिखर गया था।  सुबह के वक्त हुए आतंकी हमले में तब न्यूयॉर्क शहर का आसमान राख व धुएं से भर उठा था। इस हमले में 2977 लोगों की मौत हुई थी। हमले को देखकर पूरी दुनिया स्तबंध रह गई थी। बाद में इस हमले की जिम्मेदारी अलकायदा ने ली थी। ओसामा बिन लादेन उसी अलकायदा की चीफ था, जिसे अमेरिका ने 2 मई 2011 को पाकिस्तान के ऐबटाबाद में एक ऑपरेशन में मार गिराया था।

कैसे हुआ था विमान हाईजैक
9/11 के हमले से पहले उसी दिन सुबह 7.59 और 8.42 बजे के बीच चार कॉमर्शियल फ्लाइट्स जिनमें से दो बॉस्टन, एक वाशिंगटन डीसी और एक नेवार्क से कैलिफोर्निया के लिए उड़ान भरे थे, जिसे अलकायदा के आतंकियों ने अगवा कर लिया था। 9/11 आतंकी हमले की जांच करने वाले आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि कैसे विमान अपहरण करने से पहले आतंकियों ने साजिश रची और कॉकपिट में घुसने के लिए किस तरह फ्लाइट के अटेंडेंट पर चाकुओं से क्रूर वार किया था।

जांच रिपोर्ट के मुताबिक, अलकायदा के 19 आतंकियों ने उस दिन चार विमानों को अगवा किया था। इनमें अमेरिकन- 11, यूनाइटेड-175, अमेरिकन-77 और यूनाइटेड-93 था। आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकन- 11 विमान बॉस्टन से लॉस एंजिल्स के बीच नॉन स्टॉप उड़ान पर था। उस दिन विमान में कुल 81 यात्री सवार थे, जिसमें पांच अलकायदा के आतंकी शामिल थे। आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, बॉस्टर एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच के समय भी इनमें से चार पर संदेह जताया गया था लेकिन वे चालाकी से सिक्योरिटी स्क्रीनिंग पास करने में कामयाब रहे थे। संदिग्ध स्थितियों में उन्हें कम्प्यूटराइज्ड स्क्रीनिंग सिक्योरिटी टेस्ट से गुजरना पड़ा था।

साजिश कैसे पहुंचा अंजाम तक
रिपोर्ट में कहा गया है कि 11 सितंबर 2001 को इस विमान ने 7.59 पर उड़ान भरी थी और 8.14 बजे से पहले ही करीब 29,000 फीट की ऊंचाई को छू लिया था। तब तक अनहोनी के बारे में सभी बेफिक्र थे। विमान के कॉकपिट से ATC से सामान्य स्थिति का हवाला देकर तब आखिरी बार संपर्क हुआ था क्योंकि इसके बाद आतंकियों ने अपनी साजिश को अंजाम देना शुरू कर दिया था।

आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि जब विमान 35000 फीट की ऊंचाई पर पहुंच गया, तो यात्रियों को सीट बेल्ट खोलने की इजाजत दे दी गई। इसके बाद फ्लाइट अटेंडेंट यात्रियों को सर्व करने की तैयारी कर रहे थे, तभी फर्स्ट क्लास की दूसरी कतार में बैठे दो आतंकियों वेल अल शहरी और वालिद अल शहरी ने निहत्थे दो फ्लाइट अटेंडेंट (बेटी ओंग और मेडेलाइन ऐम्मी) पर चाकुओं से ताबड़तोड़ वार कर उन्हें लहु-लूहान कर दिया था, ताकि वह कॉकपिट में घुसने के लिए फ्लाइट के कैप्टन पर दबान बना सके। उस वक्त फ्लाइट में अट्टा नाम का एक आतंकी भी सवार था, जिसे विमान उड़ाने का प्रशिक्षण प्राप्त था। वह तेजी से दौड़कर बिजनेस क्लास की सीट से विमान के कॉकपिट की तरफ बढ़ा। उसके साथ ओमारी नाम का चौथा आतंकी भी बढ़ा।

यात्रियों पर हुए थे मिर्च और केमिकल स्प्रे
रिपोर्ट के मुताबिक, उसी समय पांचवें आतंकी सत्ताम अल सक्कामी ने बगल की सीट पर बैठे यात्री डेनियल लेविन पर ताबड़तोड़ हमले करना शुरू कर दिया। लेविन चार साल तक इजराइली सेना में अधिकारी के रूप में काम कर चुका था। उन्होंने तब आतंकियों को विमान हाईजैक करने से रोकने की कोशिश की थी लेकिन उन्हें मारकर घायल कर दिया गया था। इसके तुरंत बाद ही आतंकियों ने यह कहकर विमान पर कंट्रोल हासिल कर लिया था कि उसके पास बम है। आतंकियों ने इससे पहले कई यात्रियों पर मिर्च स्प्रे भी किया था। रिपोर्ट के मुताबिक आतंकियों ने तब कई अन्य तरह के केमिकल स्प्रे भी किया था, ताकि यात्री विमान के पिछले हिस्से में चले जाएं। इस हरकत के करीब पांच मिनट बाद ही आतंकियों ने विमान हाईजैक कर लिया था।

कैसे टकराया विमान?
अटेंडेंट ओंग ने ATC में कार्यरत एक सहयोगी को फोन कर बताया था कि 8.19 बजे के करीब उसने जब कॉकपिट को बताया था कि यात्रियों पर स्प्रे अटैक हुए हैं, तब कॉकपिट से कोई जवाब नहीं आया था, संभवत: तब तक विमान हाईजैक हो चुका था। इसके बाद ओंग ने कई जगह फोन किए और अंतत: अमेरिकी नागरिक उड्डयन निदेशालय ने 8.41 बजे ऐलान किया कि अमेरिकन-11 विमान का अपहरण हो चुका है। इस दौरान ओंग और दूसरे अटेंडेंट ने 8.44 बजे के करीब घटना का पूरा लाइव विवरण फोन पर अपने साथी को दिया था और बताया था कि विमान अनियंत्रित होकर लगातार नीचे जा रहा है, फिर फोन कट गया और 8.46.40 बजे यह विमान वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नॉर्थ टावर से टकराकर क्रैश हो गया। उस विमान में सवार सभी यात्री और टावर में मौजूद कई लोगों की उसी वक्त मौत हो गई थी।