नई दिल्ली
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से नई दिल्ली के भारत मंडपम में जी20 देशों के मेहमानों के लिए डिनर का आयोजन किया गया है। रात्रिभोज के लिए आने वाले विदेशी मेहमानों का राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गर्मजोशी से स्वागत किया। मुर्मू और मोदी जिस स्थान पर खड़े होकर जी20 प्रतिनिधियों का स्वागत कर रहे थे, उसके पीछे प्राचीन नालंदा महाविहार (नालंदा विश्वविद्यालय) की तस्वीर लगी हुई थी। इस दौरान PM मोदी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन को नालंदा यूनिवर्सिटी का महत्व बताते हुए भी देखे गए।
मालूम हो कि आधुनिक बिहार में स्थित यह महाविहार 5वीं सदी से 12वीं सदी के बीच अस्तित्व में था। इसकी विरासत महावीर और बुद्ध के युग से चली आ रही है, जो प्राचीन भारत की प्रगति को दर्शाती है। यह ज्ञान और बुद्धिमत्ता के प्रसार की दिशा में प्राचीन भारत के योगदान का गवाह है। विविधता, योग्यता, विचार की स्वतंत्रता, सामूहिक शासन, स्वायत्तता और नॉलेज शेयरिंग की इसकी भावना लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के तहत है। दुनिया के सबसे शुरुआती अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में से एक नालंदा यूनिवर्सिटी रही। भारत के जी20 प्रेसीडेंसी थीम 'वसुधैव कुटुंबकम' की तरह ही नालंदा विश्वविद्यालय सामंजस्यपूर्ण विश्व समुदाय बनाने की प्रतिबद्धता का जीवित प्रमाण है।
UN महासचिव एंटोनियो गुतारेस भी डिनर पर पहुंचे
राष्ट्रपति मुर्मू भारत मंडपम में जी20 नेताओं, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के लिए औपचारिक रात्रिभोज की मेजबानी कर रही हैं। नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र व इसके हरे-भरे लॉन रात में रंगीन रोशनी से जगमगाते नजर आए। इसके फव्वारों और अत्याधुनिक इमारत के सामने रखी नटराज की मूर्ति ने आयोजन स्थल पर भव्यता को और निखार दिया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस, भारतीय पारंपरिक पोशाक सलवार कुर्ता पहने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक व अध्यक्ष क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा व उनकी पत्नी रितु बंगा और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना प्रगति मैदान में कन्वेंशन सेंटर में सबसे पहले पहुंचने वालों में शामिल रहे। जी20 शिखर सम्मेलन शनिवार को भारत मंडपम में शुरू हुआ और यह रविवार को संपन्न होगा।