नईदिल्ली
जी20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर, दिल्ली सरकार ने 7 सितंबर से 10 सितंबर तक सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। हालांकि इस दौरान शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को शहर में ही रहने के लिए कहा गया है। दिल्ली सरकार ने कहा है कि यदि कार्यक्रम के दौरान किसी भी तरह के मैनपावर की जरूरत होगी तो शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को उसकी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इसलिए उन्हें चार दिन शहर में ही रहना होगा। जी20 लीडर्स समिट 9-10 सितंबर को प्रगति मैदान में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र – भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा।
सरकार ने एक सर्कुलर में कहा, 'जी20 शिखर सम्मेलन के कारण दिल्ली-एनसीआर में 8 से 10 सितंबर तक सार्वजनिक अवकाश (घोषित) किया गया है और उससे पहले, 7 सितंबर को जन्माष्टमी के कारण राजपत्रित अवकाश है। ऐसे में कार्यक्रम की भव्यता और किसी भी तैनाती के लिए मैनपावर की संभावित आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि शिक्षा विभाग के सभी कर्मचारी शहर में ही रहें।'
सर्कुलर में आगे कहा गया है कि सभी कर्मचारियों को फोन पर उपलब्ध रहना होगा और इस अवधि के दौरान किसी भी आउटस्टेशन (दिल्ली से बाहर) छुट्टी की अनुमति नहीं दी जाएगी क्योंकि उनकी सेवाओं की किसी भी समय आवश्यकता पड़ सकती है। सर्कुलर में कहा गया है, 'तदनुसार, इस निदेशालय के सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को उपरोक्त निर्देश पर ध्यान देने और जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अंदर अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जाता है।'
भारत समूह के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है और इसमें 30 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों, यूरोपीय संघ और आमंत्रित अतिथि देशों के शीर्ष अधिकारियों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के भाग लेने की संभावना है। वहीं जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली नगर निगम निर्धारित किए गए रूटों पर अपने निगरानी कक्ष से नजर रखेगा, ताकि सफाई व्यवस्था में कोई चूक न रहे। 10 सितंबर तक सम्मेलन से जुड़ी हुई लगभग 80 प्रमुख सड़कों पर इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारी और सफाई कर्मचारी आठ घंटे से अधिक समय तक प्रत्येक स्तर पर काम संभालेंगे।