रायपुर
गुरुकुल महिला महाविद्यालय में स्वदेशी जागरण और आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान महाविद्यालय के तीन छात्राओं साक्षी तंबोली, विधि चंद्रवंशी एवं यशस्वी साहू को उद्यमिता व स्वावलंबन प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभांरभ माँ सरस्वती पर द्वीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण से किया गया। डॉ. सीमा चन्द्राकर मंच संचालिका ने कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बताते हुए कहा कि युवाओं को स्वावलंबी तथा आत्मनिर्भर बनाना है। स्वावलंबी भारत अभियान, भारत के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक संगठनों की एक व्यापक पहल है जो भारत में बेरोजगारी को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत की युवा शक्ति ही इसका संचालन कर रही है। मुख्य वक्ता श्री जगदीश पटेल ने छात्राओं को स्वावलंबन एवं उद्यमिता के तीन मूल मंत्र – अर्न व्हाईल यु लर्न, जॉब सीकर नहीं बल्कि जॉब प्रोवाइडर बनना तथा थिंक बिग, थिंक न्यू और थिंक आउट आॅफ बॉक्स को ध्यान में रखते हुए आगे बढ?े को प्रेरित किया।
इसी कड़ी में महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. संध्या गुप्ता ने महाविद्यालय के तीन छात्राओं साक्षी तंबोली, विधि चंद्रवंशी एवं यशस्वी साहू को उनके अध्यापन के साथ उद्यमिता एवं स्वावलंबन के कार्य के लिए प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया। साक्षी तंबोली डेकोरेशन का कार्य करती है एवं शहर के सभी दुर्गा पंडाल, गणेश पंडाल एवं मंदिरों में सजावट का कार्य कर रही है। अपने कौशल को उद्यमिता में बदलकर स्वावलंबन को सिद्ध कर रही है। विधि चेलक हैंड एंब्रॉयडरी की क्लासेस लेती है तथा यशस्वी साहू स्केचिंग और पेंटिंग का कार्य करती है। इन सभी छात्राओं ने अपने साथी छात्राओं को बताया कि किस तरह अपने पैशन को प्रोफेशन में बदल सकते है। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री जगदीश पटेल, समन्वयक, छत्तीसगढ़ प्रांत स्वावलंबी भारत अभियान, उपस्थित हुए। स्वदेशी जागरण मंच के सहयोगी श्री दिग्विजय भाकरे, कार्यालय प्रमुख, छत्तीसगढ़ प्रांत, जी.आर. जगत, सहायक समन्वयक, रायपुर भी उपस्थित होकर सहभागिता दी।