Home मध्यप्रदेश दीनदयाल रसोई की थाली अब 5 रुपये में मिलेगी : मुख्यमंत्री चौहान

दीनदयाल रसोई की थाली अब 5 रुपये में मिलेगी : मुख्यमंत्री चौहान

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  • श्रमिकों के कार्य-स्थल के पास चलित भोजनालय आरंभ होंगे
  • मुख्यमंत्री चौहान ने 66 नगर पालिकाओं में स्थाई रसोई केन्द्रों का किया शुभारंभ
  • 20 हजार से अधिक जनसंख्या में 90 नगरीय निकायों में भी शुरू होंगे रसोई केन्द्र
  • मुख्यमंत्री ने 38 हजार से अधिक आवासहीनों को प्रदान किए भूमि के पट्टे
  • मुख्यमंत्री ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में किया दीनदयाल रसोई योजना के तृतीय चरण का शुभारंभ

भोपाल.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि दीनदयाल रसोई योजना के अंतर्गत अब 10 रुपये के स्थान पर 5 रुपये की थाली उपलब्ध कराई जाएगी। मजदूरों को कार्य-स्थल के पास ही किफायती दर पर भोजन उपलब्ध करने के लिए नगरीय क्षेत्रों में शीघ्र ही चलित रसोइयां आरंभ की जाएगीं। प्रदेश के सभी नगरीय निकायों को इस योजना में कवर किया जाएगा। प्रदेश की जिन 90 नगर पंचायतों की आबादी 20 हजार से अधिक है, वहाँ भी दीनदयाल रसोई योजना आरंभ की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में दीनदयाल रसोई योजना के तीसरे चरण का शुभारंभ कर प्रदेश की 66 नगरपालिकाओं में स्थाई रसोई केन्द्रों का वर्चुअल शुभारंभ किया तथा 38 हजार से अधिक आवासहीनों को आवास के लिए भूमि के पट्टे वितरित करने की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने कन्या-पूजन तथा दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय तथा अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान को सुरजना तथा तुलसी का पौधा भेंटकर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने स्वागत किया। कार्यक्रम से सभी नगरीय निकाय वर्चुअली जुड़े।

गरीब को उनके अधिकार देना हमारा कर्तव्य
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज का दिन गरीब कल्याण की दृष्टि से ऐतिहासिक दिन है। हमारे आराध्य पं. दीनदयाल उपाध्याय का मानना था कि दरिद्र ही नारायण है और दीन-दुखियों की सेवा ही भगवान की सेवा है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार गरीब कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रही हैं। धरती के संसाधनों पर सभी का हक है और गरीब को उनके अधिकार देना हमारा कर्तव्य है।

प्रदेश में कोई भी गरीब, जमीन और मकान के बिना नहीं रहेगा
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारा मानना है कि धरती पर जो आया है, उसके रहने के लिए जमीन होना चाहिए। गांव में मुख्यमंत्री भू-अधिकार योजना के अंतर्गत गरीबों को पट्टे दिए जा रहे हैं। शहरों में भी कोई व्यक्ति रहने की जमीन के बिना नहीं रहेगा। शहरों में 23 हजार एकड़ भूमि, माफिया से मुक्त करवाई गई है, जिस पर सुराज कॉलोनियां विकसित की जा रही है। अधिक से अधिक परिवारों को आवास उपलब्ध कराए जाएं इस उद्देश्य से मल्टी स्टोरी बनाने की व्यवस्था भी की गई है। वर्ष 2020 तक के कब्जाधारियों को पट्टा उपलब्ध कराने का अभियान आरंभ किया गया है, उन्हें मकान भी दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत जिनके नाम छूट गए हैं, उन गरीब वंचितों को मुख्यमंत्री जन आवास योजना में आवास उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रदेश में कोई भी गरीब, जमीन और मकान के बिना नहीं रहेगा।

गरीब कल्याण के लिए राज्य सरकार सर्वांगीण व्यवस्था कर रही
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गरीब कल्याण के लिए राज्य सरकार सर्वांगीण व्यवस्था कर रही है। राशन, आवास के लिए जमीन व मकान, भोजन के लिए दीनदयाल रसोई, इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड, वरिष्ठ जन के लिए तीर्थ-दर्शन योजना, पढ़ाई के लिए विभिन्न प्रोत्साहन, शहरों में रैन बसेरे की व्यवस्था और गरीबों के मेधावी बच्चों के लिए मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना चलाई जा रही है। यह हमारा प्रण है कि गरीब का कोई बेटा-बेटी धन के अभाव में पढ़ाई से वंचित नहीं रहेगा। पिछली सरकार ने विद्यार्थियों को दी जाने वाली साइकिल, लैपटॉप, संबल योजना और तीर्थ-दर्शन की व्यवस्था बंद कर दी थी। हमारी सरकार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लोगों की जिंदगी बदलने का अभियान चला रही है। प्रदेश में आरंभ की गई लाड़ली बहना योजना से बहनें आत्मनिर्भर हो रही हैं।

प्रदेश में अच्छी वर्षा के लिए प्रार्थना करें
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम सरकार नहीं परिवार चला रहे हैं। हमारा 9 करोड़ लोगों का परिवार है। इनके सुख हमारे सुख हैं इनका दुख हमारा दुख है। मुख्यमंत्री चौहान ने सभी से प्रदेश में अच्छी वर्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना करने का आव्हान किया। अभी तक की वर्षा से प्रदेश के बांध नहीं भरे हैं। बिजली की मांग बढ़ रही है, सभी व्यवस्थाएं ठीक करने की कोशिश की जा रही है। सभी कुछ ठीक चले, यह हम सब की जिम्मेदारी है।

प्रदेश के किसी भी नगरीय निकाय में पैसे की कमी नहीं आने दी जाएगी
मुख्यमंत्री चौहान ने स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश को देश में नंबर वन बनाने के लिए सभी से योगदान देने का आव्हान भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसी भी नगरीय निकाय में पैसे की कमी नहीं आने दी जाएगी। कायाकल्प अभियान के अंतर्गत 800 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं, साथ ही 1200 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री चौहान ने सभी नगरीय निकायों को सड़कों की मरम्मत आदि के कार्य तत्काल आरंभ करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री चौहान को बहनों ने बांधी राखी
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रतीक स्वरूप भोपाल जिले के हितग्राहियों को पट्टे प्रदान किए। साथ ही प्रधानंमत्री स्वनिधि योजना के अँतर्गत दो हितग्राहियो को 50-50 लाख रुपये के चैक भी प्रदान किए। मुख्यमंत्री से हितलाभ प्राप्त करने वाली बहन श्रीमती सीमा बाई, सोरम बाई, सुषमा शर्मा, सुनीता लोहार ने उन्हें राखी बांधी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के पश्चात अन्य बहनों को राखी बांधने के लिए आमंत्रित कर उनसे राखी बंधवाई।

दीनदयाल रसोई से अब तक 2 करोड़ 25 लाख से अधिक लोग लाभान्वित – मंत्री भूपेन्द्र सिंह
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान द्वारा लिया गया गरीबों को नि:शुल्क पट्टे उपलब्ध कराने का निर्णय एतिहासिक है। लोगों का गरीबी रेखा से ऊपर आना मुख्यमंत्री चौहान के प्रभावी नेतृत्व और मार्गदर्शन से ही संभव हुआ है। भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय ने आभार माना।

दीनदयाल रसोई योजना
दीनदयाल रसोई योजना वर्ष 2017 में की गई। पहले चरण में प्रदेश में 56 दीनदयाल रसोई केन्द्र खोले गए थे। प्रथम चरण में भोजन की एक थाली 10 रूपए की मिलती थी। 26 फरवरी, 2021 को दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना का द्वितीय चरण प्रारंभ किया गया था। कोरोना के चलते लॉकडाउन लगा तो ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना से जुड़े।द्वितीय चरण में रसोई केंद्रों की संख्या 56 से बढ़कर 100 हुई। द्वितीय चरण में अब तक कुल 2 करोड़ 18 लाख से अधिक भोजन थाली का वितरण किया गया है। द्वितीय चरण में 52 जिला मुख्यालयों में 94 एवं 6 धार्मिक नगरियों (मैहर, चित्रकूट ओंकारेश्वर, महेश्वर ओरछा एवं अमरकंटक) में कुल 100 रसोई केन्द्रों में विस्तार किया गया।

अब तक 2 करोड़ 18 लाख से अधिक लोगों को स्वच्छ एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया गया। 222 सेवाप्रदाता संस्थाएं इस पुनीत कार्य में योगदान दे रही हैं। रसोई केन्द्रों में 10 रूपए की जो थाली मिलती थी, हमने उसकी राशि घटाकर 5 रूपए करने का फैसला लिया। आज योजना का तीसरा चरण प्रारंभ हो रहा है। तृतीय चरण में शेष 66 नगर पालिकाओं में स्थायी रसोई केन्द्रों में शुभारंभ किया जा रहा है। अब प्रदेश में 166 दीनदयाल रसोई केन्द्र से पौष्टिक भोजन मिलेगा। हमारा संकल्प है कि अब प्रत्येक नगर पालिाका में न्यूनतम एक दीनदयाल रसोई केन्द्र रहेगा। अब 5 रूपए की दर से सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक भोजन उपलब्ध।

थाली में क्या मिलता है
घर से दूर रहने वालों को घर जैसा गरम और पौष्टिक भोजन न्यूनतम राशि पर मिलता है। भोजन की थाली में 5 रोटी, सब्जी, दाल और चावल होता है।

नगरीय क्षेत्रों में पट्टों का वितरण
वर्ष 2003-04 से वर्तमान तक राज्य के शहरी क्षेत्रों में 4 लाख 29 हजार 789 हितग्राहियों को आवासीय पट्टे वितरित किए जा चुके हैं। 31 दिसंबर 2020 की स्थिति में शासकीय भूमि पर काबिज 92 हजार 210 हितग्राहियों का सर्वेक्षण कराया गया, जिनमें से 38 हजार 505 हितग्राही पट्टे हेतु पात्र पाए गए। पात्र हितग्राहियों को पट्टे प्रदान करने की कार्यवाही प्रचलित है।