प्रतापगढ़
राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में शुक्रवार को एक आदिवासी महिला को उसके पति ने निर्वस्त्र कर राजस्थान के एक गांव में घुमाया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए, तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जैसे ही पुलिस आरोपियों का पीछा करने लगी, तो वह भागने लगे और इस दौरान वह घायल हो गए। जिला अस्पताल में इन आरोपियों का इलाज चल रहा है।
एनसीडब्ल्यू ने मांगी रिपोर्ट
राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, एनसीडब्ल्यू राजस्थान के प्रतापगढ़ में हुई दर्दनाक घटना की कड़ी निंदा करता है। एक महिला के साथ छेड़छाड़ की गई, उसे निर्वस्त्र किया गया और वीडियो रिकॉर्ड किया गया। दो दिन पहले हुई घटना के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता अस्वीकार्य है। राज्य के डीजीपी को दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने और आवश्यक आईपीसी धाराएं लागू करने का निर्देश दिया है। हम 5 दिनों के भीतर एक व्यापक रिपोर्ट की मांग करते हैं।"
जैसे ही मामला प्रकाश में आया राजस्थान पुलिस ऐक्टिव हो गई और आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की 6 टीमें बनाई थी। जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि महिला के पति के साथ दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की और इस दौरान वह घायल हो गए। उनका इलाज प्रतापगढ़ के जिला अस्पताल में चल रहा है। उपचार के बाद उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) उमेश मिश्रा के मुताबिक, यह घटना गुरुवार को प्रतापगढ़ जिले के धरियावद थाना क्षेत्र के पहाड़ा ग्राम पंचायत के निचलकोटा गांव में हुई। पीड़िता की एक साल पहले शादी हुई थी। आरोप है कि वह गांव में ही दूसरे व्यक्ति के साथ रहने लगी थी। महिला के ससुराल वालों ने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना पर संज्ञान लेते हुए एक्स पर पोस्ट किया, "प्रतापगढ़ जिले में पीहर और ससुराल पक्ष के आपसी पारिवारिक विवाद में ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा एक महिला को निर्वस्त्र करने का एक वीडियो सामने आया है। पुलिस महानिदेशक को एडीजी क्राइम को मौके पर भेजने एवं इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सभ्य समाज में इस तरह के अपराधियों की कोई जगह नहीं है। इन अपराधियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे डालकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर सजा दिलवाई जाएगी।"
पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने आरोप लगाया कि एक गर्भवती महिला को लोगों के सामने निर्वस्त्र करने का वीडियो सोशल मीडिया पर घूम रहा है लेकिन प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है। भाजपा नेता ने लोगों से वीडियो साझा नहीं करने की अपील करते हुए कहा कि इस घटना ने राजस्थान को शर्मसार कर दिया है।