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राष्ट्रपति मुर्मू बोली – सबसे बढ़िया राज्य के सबसे बढ़िया CM, छत्तीसगढ़ के पुरातात्विक वैभव से हुईं रूबरू

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रायपुर
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय प्रवास पर गुरुवार को रायपुर पहुंचीं। राष्ट्रपति मुर्मु के साथ उनकी बेटी इतिश्री भी रायपुर पहुंचीं। यह पहला मौका है, जब राष्ट्रपति अपनी बेटी के साथ किसी यूनिवर्सिटी और धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होंगी। स्वामी विवेकानंद अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जवानों ने उन्‍हें गार्ड आफ आनर दिया।

जगन्नाथ मंदिर के आरती कार्यक्रम में शामिल हुईं राष्ट्रपति

एयरपोर्ट राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु राजधानी के गायत्री नगर स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर पहुंचीं। यहां उन्होंने भगवान जगन्नाथ, बलभद्र जी तथा सुभद्रा जी के दर्शन किये। यहां उन्होंने देशवासियों की सुख-समृद्धि एवं निरंतर प्रगति की कामना की।

इस अवसर पर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधायक कुलदीप जुनेजा, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, महापौर एजाज ढेबर, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, पूर्व राज्य मुख्य सूचना आयुक्त एमके राउत, मंदिर समिति के अध्यक्ष पुरंदर मिश्रा सहित मंदिर समिति के सदस्यगण एवम प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे।

राष्ट्रपति के भाषण की 10 प्रमुख बातें

    आज मैं बहुत खुश हूं कि छत्तीसगढ़ की धरती पर आकर आप सबसे मिलने का अवसर मिला। राष्ट्रपति के रूप में छत्तीसगढ़ आकर अपने लोगों से मिलने की इच्छा पूरी हुई।

    कहावत है कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया। सबसे बढ़िया राज्य के सबसे बढ़िया मुख्यमंत्री यहां आए, इसके लिए उन्हें धन्यवाद।
    मुझे बहुत दुख होता है जब कुछ बच्चों में नकारात्मक भाव उत्पन्न हो जाते हैं। क्षणिक असफलता में भविष्य की सफलता निहित होती है।

    मेरी इस भावी पीढ़ी के परिवार के लोगों, दोस्तों, अध्यापकों और समाज से अपील है कि वे इन बच्चों की मानसिकता को समझकर इनकी सहायता करें। अगर बच्चों पर पढाई का, प्रतियोगिता का दबाव है तो सकारात्मक सोच से उसे दूर करें।

    हर एक व्यक्ति को ईश्वर ने अलग बनाया है और सब में अनोखी प्रतिभाएं होती हैं। दूसरों से प्रेरणा लेना अच्छी बात है लेकिन अपनी रुचियों, अपनी क्षमताओं को समझकर सही दिशा का चुनाव करना चाहिए।

    कठिनाइयां तो हर व्यक्ति के जीवन में आती हैं लेकिन एक जागरूक मनुष्य कठिनाइयों को पार कर जाता है। सही अर्थों में सचेत व्यक्ति संवेदनशील और विनम्र होने के साथ-साथ आत्म-विश्वास से भरा होता है।

    आज हम सब टेक्नोलॉजी के युग में जी रहे हैं और बच्चे भी आज कल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) की बात करते हैं। लेकिन यह आवश्यक है कि हम दिन का कुछ समय इलेक्ट्रॉनिक गैजेट से दूर रहें।

    एक बात मैं हर बच्चे, युवा और बुजुर्ग से कहना चाहती हूं कि सदा सकारात्मक विचार और अच्छे लोगों के साथ रहिए। ऐसे लोगों के बीच में रहिए जो आपको सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा और आगे बढ़ने में आपका साथ दें।

    ब्रहमाकुमारी बहनें और भाई भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के अन्य देशों में भी प्रेम, सद्भाव और शान्ति के विस्तार के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। किसी की सोच में बदलाव लाना आसान नहीं होता।

    अंत में, एक बार फिर मैं आप सबको छत्तीसगढ़ में ‘The Year of Positive Change’ की शुरुआत के लिए बहुत-बहुत बधाई देती हूं।

ब्रम्हकुमारी संस्थान के शांति सरोवर में राष्ट्रपति का स्‍वागत

इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मु विधानसभा रोड, सड्डू स्थित ब्रम्हकुमारी संस्थान के शांति सरोवर रिट्रीट सेंटर पहुंचीं। यहां कार्यक्रम में राष्ट्रपति का स्वागत शाल और प्रतीक चिन्ह से किया गया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री का भी ब्रह्मकुमारी सेवा सरोवर की ओर से स्वागत हुआ। राष्ट्रपति ने दीप प्रज्वलित कर सकारात्मक परिवर्तन वर्ष 2023 का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री के भाषण की प्रमुख बातें

    यह प्रदेश एक आदिवासी प्रदेश है, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोग भी बहुत बड़ी संख्या में यहां निवास करते हैं। यह प्रदेश किसानों का प्रदेश है, यह वंचितों का प्रदेश है। सभी वंचितों को न्याय मिले, यह संविधान की भावना है।

    छत्तीसगढ़ की बहुत लंबी सीमा ओडिशा से लगती है, इसलिए उत्कल संस्कृति के साथ हमारी सबसे अधिक साझेदारी है।

    हमारा रहन-सहन, खान-पान, आचार-विचार सबकुछ एक जैसा है। यहां तक की हमारा संघर्ष भी ओडिशा के वंचितों के संघर्ष जैसा ही है।

    यह बड़ा ही शुभ अवसर है। रक्षाबंधन का समय है। प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सकारात्मक परिवर्तन वर्ष का आज शुभारंभ भी हो रहा है।

    सामाजिक और आध्यात्मिक परिवर्तन की दिशा में इस संस्थान द्वारा किए जा रहे प्रयासों में यथासंभव भागीदार बनने के लिए प्रयत्नशील रहता हूं।