जयपुर
राजस्थान में विधानसभ चुनाव से पहले बीजेपी में नया संकट खड़ा हो गया है। बीजेपी प्रदेश संकल्प पत्र समिति के अध्यक्ष और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल मुश्किल में घिरते हुए दिखाई दे रहे हैं। मेघवाल के खिलाफ जहां पूर विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने मोर्चा खोल दिया है। वहीं सीएम गहलोत ने मेघवाल के आईएएस अफसर रहने के दौरान करप्शन की जांच कराने की बात कही है। सीएम गहलोत ने भाजपा नेता कैलाश मेघवाल के आरोपों का समर्थन किया है। सीएम ने कहा कि कैलाश मेघवाल ठीक बोल रहे हैं, हम अर्जुनराम की जांच करवा रहे हैं। अर्जुनराम आईएएस थे, तब उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है कि आगामी दिनों में क्या मध्य प्रदेश की राजनीति में कुछ बड़ा होने वाले हैं?
अर्जुन मेघवाल का पलटवार
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने दिल्ली में कहा कि संभवत: कैलाश मेघवाल को बीजेपी से टिकट नहीं मिल रहा है, इसलिए वह कांग्रेस की ओर जा रहे हैं।अर्जुन राम मेघवाल ने कहा- कैलाश मेघवाल मुझे मंच से धमकी दे रहे थे कि इस बार मुझे टिकट दोगे या नहीं। मैंने कहा कि टिकट देने वाला मैं कौन होता हूं, टिकट तो पार्टी तय करती है। उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की होगी। उन्हें लग रहा होगा कि उन्हें टिकट नहीं मिलेगा तो इसलिए वह कांग्रेस की ओऱ जा रहे हैं। वह मंच पर कांग्रेस के सीएम की तारीफ कर रहे हैं। तारीफ ही नहीं कर रहे हैं, तारीफ करते थक नहीं रहे। जब वह कांग्रेस के सीएम की प्रशंसा कर रहे हैं तो यह स्वाभाविक है कि वह मेरी आलोचना करेंगे।
कैलाश मेघवाल ने लगाया था यह आरोप
उल्लेखनीय है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल के बयान को लेकर बीजेपी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा है। दरअसल एक कार्यक्रम में कैलाश मेघवाल ने अपनी ही पार्टी के नेता की न केवल आलोचना की बल्कि सीएम और विधानसभा स्पीकर की तारीफ करते दिखे थे। कैलाश मेघवाल ने अर्जुन राम मेगवाल को भ्रष्टाचारी नंबर वन की संज्ञा दे डाली। इसके साथ ही कहा कि वह पीएम मोदी को चिट्ठी लिखेंगे। कैलाश मेघवाल ने कहा- मैं पीएम से कहने वाला हूं कि भाई आपने जिसको मंत्री बनाया है। वह भ्रष्टाचार में लिप्त अफसर था। उसने लाखों रुपये का भ्रष्टाचार किया था। इसने गरीब और मजबूर लोगों को भी नहीं छोड़ा।