जयपुर
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार को राजस्थान आतंकवादी साजिश मामले में सरगना समेत दो वांछित फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 2022 में राजस्थान के जिला चित्तौड़गढ़ से विस्फोटक और आईईडी सामग्री की जब्ती से संबंधित मामले में NIA को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है।
आरोपियों की पहचान मोहम्मद यूनुस साकी और इमरान खान उर्फ यूसुफ के रूप में हुई है। दोनों रतलाम के रहने वाले हैं। आरोपियों को सोमवार को जयपुर की एनआईए स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया।
NIA को मिली बड़ी सफलता
NIA द्वारा दोनों आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद भारत में आईएसआईएस के सक्रिय सदस्यों और संगठन के संबंधों का पता लगाने में मदद मिलेगी। एनआईए ने कहा, मोहम्मद यूनुस साकी और इमरान खान आईएसआईएस विचारधारा को फैलाने में सक्रिय रूप से लगे हुए थे।
ये था आतंकियों का प्लान
गौरतलब है कि इससे पहले NIA ने वांछित आरोपियों के कब्जे से विस्फोटक और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IEDs) के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न घटकों को जब्त किया था। जांच से पता चला है कि दोनों आतंकियों ने राजस्थान और भारत में अन्य जगहों पर आतंक और तबाही फैलाने के इरादे से आईईडी बनाने के लिए सामग्री और पदार्थ खरीदे थे।
आईईडी बनाने की थी पूरी ट्रेनिंग
गिरफ्तार किए गए दोनों को आईईडी बनाने की पूरी ट्रेनिंग मिली हुई थी और वे मास्टरमाइंड इमरान खान के पोल्ट्री फार्म में अपने सह-आरोपियों को ऐसे उपकरण बनाने की ट्रेनिंग दे रहे थे। पोल्ट्री फार्म को एनआईए ने पिछले महीने कुर्क कर लिया था। दोनों आतंकी पिछले साल ही मुंबई भाग गए और बाद में पुणे में बस गए।
अधिकारी ने बताया की उन्होंने पिछले साल पुणे में कम से कम दो आईईडी ट्रेनिंग और एक वर्कशॉप आयोजित की थी। पिछले साल सितंबर में एनआईए ने इस मामले में सरगना इमरान और दस अन्य आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।