नईदिल्ली
जी-20 सम्मेलन के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए भारतीय खुफिया इकाइयों के साथ अमेरिका, चीन व ब्रिटेन समेत अन्य देशों की एजेंसियां भी चौकन्नी हैं। अपने-अपने राष्ट्राध्यक्षों व उनके साथ आने वाले अन्य सदस्यों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन एजेंसियों की संदिग्धों पर पैनी नजर है।
सीआईए से लेकर एमआई-6 तक : यूएसए की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए), ब्रिटेन की सैन्य खुफिया एजेंसी (एमआई-6), चीन की मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्युरिटी (एमएसएस) समेत करीब सभी देशों की एजेंसियां भारतीय एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (आरएडब्लू) और इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के साथ सतर्कता बरत रही हैं। सभी एजेंसियां एक-दूसरे से जरूरी सूचनाएं साझा कर रही हैं।
सूत्रों का कहना है कि भारतीय एजेंसियों के साथ विदेशी एजेंसियों के बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान को लेकर सबसे अहम मुद्दा है कि किन-किन संगठनों से खतरा हो सकता है, किसे लेकर चौकन्ना रहने की जरूरत है और वर्तमान कार्यक्रम के दौरान किन-किन संदिग्ध संगठनों को लेकर क्या-क्या इनपुट है? इन बिंदुओं को लेकर एजेंसियां लगातार मंथन कर रही हैं। खासतौर पर जिन होटलों में राष्ट्राध्यक्षों व उनकी टीम के ठहरने का प्रबंध किया गया है, वहां का फायर एग्जिट प्लान, इलेक्ट्रिक कंट्रोल रूम, फ्लोर वाइस सेफ्टी प्लान और होटल का आउटर एरिया, बेसमेंट प्लान व फायर मैनेजमेंट सिस्टम सहित अन्य सभी पहलुओं को लेकर बेहद चौकसी बरती जा रही है। इन सभी जगहों के अलावा एंट्री व एग्जिट प्वाइंट की सुरक्षा को लेकर किए गए इंतजामों और उसे और चौकस बनाने को लेकर आपस मंथन चल रहा है, ताकि जो भी कमी हो, उसे समय रहते पूरा कराया जा सके। हालांकि, ज्यादातर जगहों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
विशेष कमांडो की तैनाती
आंतरिक घेरे की सुरक्षा की कमान स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप संभालेगा। नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) कमांडो को भी सुरक्षा में तैनात किया गया है। आकाश मार्ग की सुरक्षा को चौकस बनाने के लिए एंटी ड्रोन रडार लगाए जाने के साथ सेना के हेलीकाप्टर पर अत्याधुनिक हथियारों से लैस कमांडो टीम तैनात रहेंगी। स्वाट कमांडो और एनएसजी कमांडो के अलावा दिल्ली पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स भी तैनात रहेगी।
सौलह सौ सुरक्षाकर्मी होटल और आसपास मौजूद रहेंगे
राजधानी के करीब दो दर्जन से ज्यादा होटलों में सुरक्षा की कमान उनके यहां के सुरक्षा सर्विस से जुड़े कर्मियों समेत दिल्ली पुलिस के जवान संभालेंगे। वहीं, बाहरी लेयर में जरूरत के हिसाब से अर्धसैनिक बलों के जवानों की टुकड़ियों समेत करीब 1600 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहेगी। इसमें होटल के भीतर, बाहर और आसपास के इलाके का सुरक्षा घेरा भी शामिल रहेगा। सभी निर्धारित वीआईपी रूट पर मोबाइल फायर टेंडर्स की तैनाती की जाएगी, ताकि आग की स्थिति में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहें। मोबाइल फायर टेंडर के तैनात होने पर हादसे का फायर मुख्यालय पर अलर्ट मिलेगा, जिससे हालात को भांपते हुए अगर जरूरत होगी तो मुख्यालय आसपास के फायर स्टेशन से तत्काल और फायर टेंडर को रवाना कर देगा और आलाधिकारी हालात की खुद मॉनिटरिंग करेंगे।