यूपी
यूपी में नक्सली संगठन को मजबूत करने को लेकर चली रही भर्ती के बारे में खुलासा हुआ है। यह खुलासा एटीएस ने गिरफ्तार किए गए नक्सलियों से पूछताछ के बाद बुधवार को किया है। शासन को ऐसी खुफिया सूचना मिली थी कि सीपीआई (माओवादी) नक्सली संगठन के कुछ प्रमुख सदस्य गोपनीय रूप से बिहार व झारखंड की सीमा से सटे यूपी के जिलों में नक्सली गतिविधियों के विस्तार के लिए नए सदस्यों की भर्ती कर रहे हैं। साथ ही मुखौटा संगठनों के माध्यम से देश में सशस्त्रत्त् विद्रोह खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि माओवादी नक्सल विचारधारा का प्रत्यक्ष रूप से शासन स्थापित हो सके।
संगठन की केंद्रीय कमेटी के प्रमुख नेता संदीप यादव उर्फ रूपेश उर्फ बड़का भइया की मृत्यु हो जाने के बाद प्रमोद मिश्रा उर्फ बुढ़ऊ उर्फ बन बिहारी जी उर्फ डाक्टर द्वारा पूर्वाचल में एक एडडॉक कमेटी बनाकर संगठन के सचिव संतोष वर्मा उर्फ मंतोष निवासी बलिया के माध्यम से लगातार महिलाओं एवं पुरुषों की भर्ती की जा रही थी। स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि पूछताछ में संतोष उर्फ मंतोष, प्रमोद मिश्रा, विनय यादव उर्फ गुरुजी एवं इस संगठन से जुड़े कुछ अन्य लोगों का भी नाम प्रकाश में आया है जो वर्तमान में अलग अलग जेलों में बंद हैं अथवा फरार हैं।
बैंक लूटकांड में शामिल थी महिला नक्सली
बलिया के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित तीखमपुर हरिजन बस्ती की रहने वाली महिला नक्सली तारा देवी उर्फ मंजू उर्फ मनीषा बिहार के चर्चित मधुबन बैंक डकैती कांड में शामिल थी। इस कांड में नक्सलियों ने पहली बार शहर में आकर अत्याधुनिक असलहों से अंधाधुंध फायरिंग करते हुए बैंक और बाजार लूटा था। इस घटना में बिहार पुलिस के दो जवान शहीद हुए थे तथा कई अन्य घायल हुए थे। इस कांड में तारा देवी भी नक्सली सतीश उर्फ राम प्रवेश बैठा के साथ पकड़ी गई थी। यह खुलासा एटीएस ने गिरफ्तार किए गए नक्सलियों से पूछताछ के बाद बुधवार को किया है। एटीएस के मुताबिक, महिला दस्ते की सक्रिय सदस्य तारा देवी वर्ष 2005 से ही संगठन से जुड़ी है और कई नक्सली घटनाओं में शामिल रह चुकी है। भर्ती के लिए चलाए जा रहे अभियान में शामिल थीं।