भोपाल
प्रदेश में इस साल के आखिर में चुनाव होने हैं। ऐसे में सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस पूरी तरह से तैयारी में जुट गए हैं। इसी बीच कांग्रेस ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पर आगामी चुनाव के मद्देनजर बड़ा दांव लगाया है। पार्टी ने उन्हें बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाने की जिम्मेदारी सौंपी है। सूत्रों की मानें तो सिंह को 66 विधानसभा सीटों का चार्ज दिया गया है, ये सभी सीटें बीजेपी के लिए सेफ मानी जाती हैं।
सिंह इन सीटों पर जीत के लिए पार्टी की रणनीति बनाने के लिए जिम्मेदार होंगे, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कई मंत्रियों के निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि उन्होंने इन सभी निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा किया है और स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ खुलकर बातचीत की है। उनकी आशंकाओं और शिकायतों को सुना है। सूत्रों के अनुसार वे इन विधानसभा क्षेत्रों का फिर से दौरा करने की योजना बना रहे हैं।
पार्टी नेताओं ने कहा कि सिंह की रणनीति में सार्वजनिक पहुंच बढ़ाना, समाज के सभी वर्गों के साथ बातचीत में शामिल होना, पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करना, स्थानीय आवश्यकता के अनुसार आवश्यक समायोजन (एडजस्टमेंट) करना और सबसे ऊपर एक उत्साहपूर्वक लड़ाई लड़ने के लिए सकारात्मक रहना शामिल है।
इन 66 सीटों में वे क्षेत्र शामिल हैं जहां से वर्तमान सरकार में मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, जिनके पास शिवपुरी, गोपाल भार्गव (रेहटी सीट), भूपेन्द्र सिंह (खुरी) और राजवर्धन सिंह दत्तीगांव (बदनावर) चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं। इस सूची में मुंगावली, शिवपुरी, गुना, उज्जैन उत्तर, उज्जैन दक्षिण, अशोकनगर, सागर, जबलपुर कैंट, खंडवा, सांची और अन्य भी शामिल हैं।