नई दिल्ली
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस बार आपको लालकिला कुछ अलग नजर आएगा। हर बार इसे फूलों से सजाया जाता है लेकिन इस बार कम से कम सजावट की जाएगी। आम तौर पर हम देखते हैं कि लालकिले के एक हिस्से को रंग-बिरंगे फूलों से ढक दिया जाता है। लेकिन इस बार ऐतिहासिक इमारत को मूल रूप में ही रखने का फैसला किया गया है। कार्यक्रम के दौरान भी प्राचीर नजर आती रहेगी।
इसके अलावा लालकिले के अंदर के गार्डेन, परेड एरिया और ज्ञानपथ को सजाया जाएगा। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों का कहना है कि इस बार ज्यादा फूलों, बड़ी फ्लैग शीट्स को प्राचीर पर नहीं लगाया जाएगा। उन्हं कहा गया है कि प्राचीर को ज्यादा सजावट से ना ढकें। इसे खुला रहने दें। केवल कुछ जगहों पर जी-20 का लोगा लगाया जाएगा।
कौन होंगे इस बार स्पेशल गेस्ट?
कोरोना के नियमों में अब छूट के बाद अधिकारियों को उम्मीद है कि कोरोना काल के पहले से भी ज्यादा लोग इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए पहुंचने वाले हैं। इसके अलावा लगभग 2900 लोगों को स्पेशल गेस्ट के तौर पर आमंत्रित किया गया है। इनकी देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेदारी भी दिल्ली पुलिस और आईटीबीपी को सौंपी गई है। इन गेस्ट में सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट और नई संसद भवन केमजदूर, 622 वाइब्रेंट विलेज प्रोजेक्ट के तहत आने वाले सरपंच, पीएम किसान योजना के लाभार्थी, नर्स, मछुआरे, खादी वर्कर, सीमावर्ती सड़कों पर काम करने वाले मजदूर और अन्य शामिल हैं।
अधिकारी के मुताबिक, ये स्पेशल गेस्ट सिविल ऑफिसर्स के सेक्शन के पास बैठेंगे। इसके अलावा सभी राज्यों से पारंपरिक परिधानों में 80 से 90 कपल यहां बैठेंगे। वे परेड या फिर किसी परफॉर्मेंस का हिस्सा नहीं होंगे लेकिन उन्हें ब्लीचर्स में बैठाया जाएगा। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि यहां पर लगभग 26484 लोगों के बैठने का इंतजाम होता है लेकिन इस बार संभव है कि 30 हजार से 40 हजार लोग पहुंचचें। पुलिस के मुताबिक प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति समेत अन्य सम्मानित वीवीआईपी प्राचीर पर बैठेंगे। इसके अलावा ज्यादातर लोगों के बैठने की व्यवस्था प्राचीर से दक्षिण की ओर 15 अगस्त पार्क में किया गया है।
प्राचीर के उत्तर की तरफ वीआईपी गेस्ट बैठेंगे। पुलिस ने कहा कि लालकिले के आसपास की सुरक्षा के लिए 7 हजार जवानों को तैनात किया गया है। इसके अलावा 16 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैमरा लगाए गए हैं।