भोपाल
50 फीसदी कमीशन के मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि प्रदेश में भ्रष्टाचार की जांच की जगह जो भ्रष्टाचार की आवाज उठा रहे हैं उन पर अत्याचार हो रहा है। उन्होेंने अपने कार्यकर्ताओं से आव्हान किया है कि एक-एक कार्यकर्ता भ्रष्टाचार के खिलाफ तन कर खड़ा हो जाए और इस 50 फीसदी कमीशन के राज को उखाड़ फेंके।
उन्होंने रविवार को ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने कहा कि सर से पांच तक घोटालों से घिरी शिवराज सिंह चौहान सरकार के इशारे पर कांग्रेस की सम्मानित नेता प्रियंका गांधी, जयराम रमेश और मेरे सहित कई नेताओं पर प्रदेश के विभिन्न जिलों में भाजपा नेताओं ने एफआईआर दर्ज कराई गई है। जिस सरकार को मध्य प्रदेश का बच्चा-बच्चा कमीशन राज सरकार कहता है वह सरकार भ्रष्टाचार की जांच नहीं करा सकती, बल्कि भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाने वालों पर अत्याचार कर सकती है।
इधर, अरुण फिर बोले -हम डरने वाले नहीं
इस पत्र को लेकर सबसे पहला ट्वीट करने वाले अरुण यादव ने एफआईआर दर्ज होने के बाद रविवार को अपने बयान में कहा कि मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार का बड़ा गढ़ बन चुका है। प्रदेश में 50 फीसदी कमीशनखोरो की सरकार काम कर रही है। दो दिन पूर्व हमने इस भ्रष्ट सरकार के खिलाफ आवाज उठाई थी। हमारे ठेकेदार साथियों ने पत्र के माध्यम से 50 फीसदी कमीशन का उल्लेख हाईकोर्ट जज को किया है। हम पहले भी भ्रष्ट लोगों से लड़ते रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे। राहुल गांधी ने कहा था कि भ्रष्ट लोगों से डरने की जरुरत नहीं हैं।
कई जगह हुई एफआईआर
इस मामले में भाजपा और कांग्रेस खुलकर एक दूसरे के खिलाफ सामने आ गए हैं। कांग्रेस के इन आरोपों के बाद भाजपा से जुड़े नेताओं ने पत्र और इन ट्वीटस को लेकर पुलिस में शिकायत की। इंदौर सहित कई जिलों में पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की। सभी पुलिस शिकायतों में प्रियंका गांधी के ट्वीटर हैंडल का जिक्र आया है, इसलिए कांग्रेस इस मामले पर अब फूंक-फूंक के कदम रखेगी। इसके लिए वह अपनी लीगल टीम से सलाह लेकर इस मामले में आगे बढ़ेगी।