बेगूसराय
बिहार में भूमाफिया बेलगाम हैं। जमीन कारोबार में वर्चस्व को लेकर लगातार हत्या की घटनाएं हो रही हैं। मुजफ्फरपुर में प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही और उसके तीन बॉडीगार्ड की गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार देने का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि बेगूसराय में भूमि कारोबारी आशुतोष कुमार को अपराधियों ने गोलियों से छलनी कर दिया। एफसीआई थाना क्षेत्र में एनएच 31 पर वारदात को अंजाम दिया गया। आशुतोष को पटना से बेगूसराय से बुलाकर मौत के घाट उतार दिया गया। बढ़ते जमीन विवाद पर काबू करने के लिए सीएम नीतीश कुमार के निर्देश के बाद यह घटना घटी है। मुजफ्फरपुर में कल्याणी की जमीन को लेकर बड़े प्रॉपर्टी डीलर और उसके तीन गार्ड की हत्या के बाद पहुंचे डीजीपी आरएस भट्टी ने भी बिहार पुलिस को कड़े निर्देश दिए थे।
मृतक की पहचान बलिया थाना क्षेत्र के सदानंदपुर गांव निवासी आशुतोष कुमार के रूप में की गई है। आशुतोष अपने परिवार के साथ पटना में रहता था। लेकिन बेगूसराय के जीरोमाइल पर भी उसका अपना आवास है। शुक्रवार को वह पटना में ही था लेकिन उसे एक सौदा को लेकर बेगूसराय बुलाया गया। आशुतोष को रात में फोन करके जीरोमाइल पर आने के लिए कहा गया था। शनिवार को उसकी गोली से छलनी की हुई लाश एफसीआई थाना क्षेत्र में एनएच 31 से बरामद की गई।
घटना की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में कोहराम मच गया बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई और सबसे पहले मृतक के शव को कब्जे में ले लिया। इस कांड से लोगों में आक्रोश है। पुलिस ने सबको समझा बुझाककर शांत कराया। पुलिस छानबीन कर रही है और कांड का जल्द खुलासा कर लेने का आश्वासन दिया है।
बताते चलें की बिहार में जमीनी विवाद को लेकर हत्या की घटनाएं जोरों पर हैं। दबंगों द्वारा जमीन पर कब्जे करने को लेकर ऐसी वारदातों को अंजाम दिया जाता है। पिछले दिन मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जमीन विवाद के कई मामले सामने आए। बड़ी संख्या में लैंड डिस्प्यूट केस को देखकर सीएम नाराज हो गए और उन्होंने तत्काल इस पर रोक लगाने के लिए पदाधिकारियों को कड़ा निर्देश भी जारी कर दिया। लेकिन अपराधियों पर इसका असर नहीं दिख रहा है।
बेगूसराय से पहले मुजफ्फरपुर में बड़े प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही की गोलियों से घूम कर हत्या कर दी गई। घटना में उसके तीन बॉडीगार्ड भी मारे गए जिससे दहशत फैला हुआ है। सीआईडी आशुतोष हत्याकांड की जांच कर रही है। इस मामले में शूटर गोविंद और मास्टरमाइंड मंटू शर्मा समेत 5 को गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन हत्यारों के मंसूबे पुलिस की कार्रवाई से टूट नहीं रहे।