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अजित पवार के BJP से हाथ मिलाने के कारण नवाब मलिक को मिली जमानत? NCP नेता ने दिया जवाब

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मुंबई

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक नवाब मलिक को मेडिकल ग्राउंड पर सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है। इसके बाद एनसीपी के दोनों ही खेमों ने इसका स्वागत किया है। आपको बता दें कि नवाब मलिक मनी लॉन्ड्रिंग के केस में जेल में बंद हैं। शरद पार्टी के खेमे के एनसीपी प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा, "'पार्टी नवाब मलिक का तहे दिल से स्वागत करती है। हम उनकी वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वह पार्टी की मजबूत आवाज रहे हैं और यह जानकर अच्छा लगा कि अदालत ने जमानत दे दी है।''

वहीं, अजित पवार समूह के मुंबई एनसीपी प्रमुख नरेंद्र राणे ने कहा, ''यह कहना गलत है कि नवाब मलिक को इसलिए जमानत मिली क्योंकि एनसीपी ने बीजेपी से हाथ मिला लिया है। उन्हें अदालत ने जमानत दी है। हमें हमेशा से यकीन रहा है कि नवाब भाई कोई गलत काम नहीं कर सकते। ईडी में यह मामला था, जिसने उन्हें इतने लंबे समय तक सलाखों के पीछे रखा। हमें विश्वास है कि उन्हें निर्दोष घोषित किया जाएगा।''

अजित पावर के साथ आएंगे नवाब मलिक?
यह पूछे जाने पर कि क्या नवाब मलिक अजित पवार समूह में शामिल होंगे? राणे ने कहा कि मलिक ने अभी तक अजित दादा को अपना समर्थन देने की घोषणा नहीं की है, लेकिन जैसा कि सभी जानते हैं कि उन्होंने हमेशा उनके साथ अच्छे संबंध बनाए रखे हैं। राणे ने कहा, ''एक बार जब वह बाहर आ जाएंगे तो वह फैसला करेंगे। उनके भाई और बेटी अपने-अपने क्षेत्रों में विकास कार्य पूरा करने के लिए हमारे पार्टी कार्यालय में आते हैं।'' कोर्ट के आदेश के बाद एनसीपी कार्यकर्ताओं ने मंत्रालय के सामने पार्टी कार्यालय के बाहर मलिक के पक्ष में पटाखे फोड़े और नारे लगाए।

सुप्रिया सुले ने भी किया स्वागत
इस मामले पर एनसीपी की लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, ''हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हैं। यह बिल्कुल स्पष्ट है कि वह निर्दोष हैं और उन्हें केवल राजनीतिक कारणों से जेल में रखा गया था। हम न्यायपालिका में विश्वास करते हैं और उन्हें जल्द ही निर्दोष घोषित किया जाएगा।'' अजित पवार गुट के नेता और राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने कहा, ''मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि हमारे वरिष्ठ नेता नवाब मलिक को अस्थायी चिकित्सा जमानत दे दी गई है। मुझे उम्मीद है कि इससे उन्हें अपनी स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए आवश्यक समय मिलेगा।''

अजित पवार को दिया था समर्थन: सूत्र
सूत्रों का दावा है कि जब अजित पवार ने एनसीपी से बगावत किया तो नवाब मलिक ने अपने वकील के माध्यम से अजित पवार को समर्थन दिया। हालांकि, राणे ने ऐसे किसी भी कदम से इनकार किया है।

किस खेमे में जाएंगे नवाब मलिक?
नवाब मलिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुखर आलोचक रहे हैं। रिहाई के बाद उन्हें एक खेमा चुनना होगा। वह या तो एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ रहेंगे या फिर बीजेपी के साथ गठबंधन वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ सरकार में शामिल होंगे। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को नवाब मलिक को मेडिकल आधार पर दो महीने की अंतरिम जमानत दे दी है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने यह कहते हुए जमानत खारिज कर दी थी कि उन्हें उनकी पसंद के निजी अस्पताल में पर्याप्त चिकित्सा सहायता प्रदान की गई थी। विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा निगरानी की गई थी।

क्या है मामला?
ईडी ने पूर्व मंत्री को पिछले साल 23 फरवरी को कुर्ला में गोवावाला परिसर की संपत्ति पर दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। यह कथित तौर पर भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम से जुड़ा था। वह मार्च 2022 से न्यायिक हिरासत में हैं। मई 2022 से कुर्ला के क्रिटिकेयर अस्पताल में भर्ती हैं। विशेष अदालत ने कहा था कि वह अगले आदेश तक अस्पताल में रहेंगे।