उज्जैन
ज्योतिर्लिंगों में भगवान महाकाल का दरबार तीसरे नंबर पर विराजित है. लेकिन मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने महाकालेश्वर मंदिर को अव्वल स्थान पर पहुंचा दिया है. कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम का दावा है कि भक्तों की लगातार बढ़ रही संख्या के बावजूद 30 मिनट के भीतर सामान्य व्यवस्था के जरिए भक्तों को भगवान के दर्शन हो जाते हैं. भक्तों की भीड़ को देखते हुए उज्जैन में 2000 कमरों की धर्मशाला का निर्माण होना है.
उज्जैन में कैसे गिने जाते हैं श्रद्धालु
महाकाल लोक निर्माण के बाद उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में शिव भक्तों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने एबीपी न्यूज़ से चर्चा में कहा कि श्रावण मास के 1 महीने के भीतर महाकालेश्वर मंदिर में एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पहुंचकर भगवान का आशीर्वाद लिया है. यह संख्या अपने आप में रिकॉर्ड कायम करती है.महाकालेश्वर मंदिर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के जरिए हेड काउंटिंग मशीन लगाई गई है.इसमें लगातार संख्या पर नजर रखी जा रही है. महाकालेश्वर मंदिर दूसरे चरण का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में और भी बढ़ोतरी होने का दावा भी किया जा रहा है. कलेक्टर के मुताबिक महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले आम श्रद्धालुओं को भी 30 मिनट के भीतर भगवान महाकाल के दर्शन हो रहे हैं.
श्रद्धालुओं की संख्या 5 गुना बढ़ी
कलेक्टर पुरुषोत्तम के मुताबिक पूर्व में यह देखा जाता था कि जब कोई बड़ा धार्मिक उत्सव होता था तो महाकालेश्वर मंदिर में एक लाख श्रद्धालु आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचते थे. इनमें महाशिवरात्रि, नाग पंचमी, श्रावण मास आदि पर्व शामिल थे. उन्होंने बताया कि अभी श्रावण मास के सोमवार को 5 लाख श्रद्धालु भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंच रहे हैं. इसके अलावा आम दिनों में भी श्रद्धालुओं की संख्या में 5 गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
बनेगी 2000 कमरों की धर्मशाला
उज्जैन कलेक्टर के मुताबिक महाकालेश्वर मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 2000 कमरों की एक धर्मशाला प्रस्तावित है. इसके लिए स्थान का भी चयन हो गया है. आने वाले समय में श्रद्धालुओं को रियायती धारों पर महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा कमरे भी उपलब्ध करा दिए जाएंगे. इसके बाद श्रद्धालुओं की संख्या में और भी बढ़ोतरी होगी.ऐसी संभावना जताई जा रही है कि दूसरे चरण का काम पूर्ण होने के बाद प्रतिदिन 5 लाख श्रद्धालु महाकाल मंदिर पहुंच सकते हैं.